रांची: नगरीय प्रशासन निदेशालय के हेड ऑफिस में पदस्थापित स्टेट मिशन मैनेजर कुमार बम के ऊपर गंभीर आरोप लगे हैं. उन्होंने अपने पद का दुरूपयोग करते हुए अपने सगे भाई सुजीत कुमार त्रिवेदी को सिटी मिशन मैनजर बनवा दिया है. साथ ही अपनी रिश्तेदार वर्षा दूबे को कम्यूनिटी ऑर्गेनाइजर (सीओ) के पद पर बहाल करवाया है. उन्होंने अपने एक करीबी निरंजन कुमार को स्टेट मिशन मैनेजर सोशल डेवलपमेंट के पद पर नियुक्त कराने में अहम भूमिका निभाई है. तीनों मामलों की शिकायत मुख्यमंत्री सचिवालय तक पहुंची है.
पद के दुरूपयोग का पहला आरोप: मिथिलेश महतो नामक शख्स ने मुख्यमंत्री के नाम पत्र प्रेषित कर आरोप लगाया है कि सुजीत कुमार त्रिवेदी ने सीएमएम पद पर साक्षात्कार से पहले ही घोषणा कर दिया था कि उनका चयन तय है. जबकि इस पद के लिए कुल 72 आवेदन आए थे. उनका आरोप है कि नगरीय प्रशासन निदेशालय में एसएमएम के पद पर पदस्थापित कुमार बम ने नियमों को ताक पर रखकर अपने भाई का चयन कराया है. वह खुद साक्षात्कार बोर्ड में उपस्थित थे. जबकि नियम के मुताबिक अगर किसी पदाधिकारी का कोई परिचित या रिश्तेदार इंटरव्यू देने आता है तो संबंधित पदाधिकारी को उस बोर्ड में बैठने का हक नहीं है. लेकिन कुमार बम ने इस तथ्य को विभाग से छुपाते हुए अपने सहोदर भाई को अधिकतम अंक देते हुए अंतिम चयन भी करवा दिया. न सिर्फ चयन बल्कि अपने भाई को उसके गृह जिला बोकारो के फुसरो नगर पंचायत में पदस्थापित भी करवा दिया.
खास बात है कि मिथिलेश महतो के पत्र पर सीएमओ के जांचोपरांत कार्रवाई के आदेश के बाद इन बातों का खुलासा हुआ है. सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि जांच में सारे आरोप सही पाए जाने के बावजूद अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है. जानकारी के मुताबिक लंबे समय से विभाग में तैनात कुमार बम पूरे मामले को मैनेज कर रहे हैं. कहा जा रहा है कि विभाग में बड़े अफसरों के साथ उनके ताल्लुकात हैं. जिसका वह फायदा उठा रहे हैं.