राज्य के अनुबंधकर्मी बढ़ाएंगे हेमंत सरकार की चिंता रांची:जैसे-जैसे चुनावी वर्ष 2024 नजदीक आ रहा है. वैसे-वैसे राज्य में अलग-अलग विभागों से संबंधित अनुबंधकर्मियों का आंदोलन, मानों वर्ष 2019 के फ़्लैश बैक में जा रहा है. वर्ष 2019 में विधानसभा चुनाव से पहले राज्य में पारा शिक्षकों, आंगनबाड़ी सेविका सहायिका, चौकीदार-दफादार, कृषक मित्रों सहित कई अलग-अलग विभागों के कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर सड़क पर थे. तब बतौर नेता प्रतिपक्ष हेमंत सोरेन ने सत्ता में आने पर अनुबंध शब्द को ही समाप्त करने सहित कई वादे किए थे. अब जब हेमन्त सोरेन सरकार के चार साल पूरा होने वाला है, एक बार फिर अपनी अपनी मांगों को लेकर अलग-अलग विभाग के अनुबंधकर्मी आंदोलन पर हैं.
114 दिन से राज्य भर के टेट पास सहायक अध्यापक आंदोलन पर हैं, तो 160 दिन से पंचायत सचिवालय सहायक का आंदोलन जारी है. पिछले 21 दिनों से चौकीदार-दफादार राजभवन के समक्ष डटे हैं. दिव्यांग भी आंदोलन कर रहे हैं. कृषक मित्रों का भी लंबा आंदोलन चला है.
हेमंत सोरेन ने वादा नहीं पूरी की तो होगी परेशानी- आंदोलनकर्मी:राज्य में लगातार सेवा नियमितीकरण, वेतनमान और सरकारी कर्मियों की तरह सुविधाओं की मांग करने वाले अनुबंधकर्मियों की मांग है कि सरकार के मुखिया 2019 में जो वादे किए थे, उसे वह पूरा करें अन्यथा उन्हें नुकसान उठाना पड़ सकता है. अभी तक हेमंत सोरेन सरकार से निराश सहायक अध्यापकों, चौकीदार दफादार पंचायत के नेताओं ने कहा कि अगर गरीबों की आह लगेगी तो सरकार फिर सत्ता में नहीं आएगी.
अनुबंधकर्मी ही हेमन्त सरकार की विदाई करेंगे- भाजपा:राज्य में लगातार बढ़ रहे अनुबंधकर्मियों के आंदोलन और सहायक अध्यापकों द्वारा आंदोलन को तीव्र करने की घोषणा पर भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता अविनेश कुमार सिंह ने कहा कि अनुबंधकर्मी ही हेमन्त सोरेन सरकार की विदाई करेंगे. उन्होंने कहा कि दरअसल ठगबंधन की सरकार ने 2019 में राज्य की जनता को ठगने का काम किया है, इस बात को लेकर अनुबंधकर्मियों, सहायक अध्यापकों में जबरदस्त आक्रोश है.
अनुबंधकर्मियों की मांगें पूरी करेंगे हेमन्त सोरेन-झामुमो:झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय प्रवक्ता मनोज पांडे ने कहा कि भाजपा को ज्यादा उत्साहित होने की जरूरत नहीं है. जो जो वादें हेमन्त सोरेन ने किए थे उसमें से कई पूरे हुए हैं और जो बाकी है उसे भी बाकी बचे एक साल में पूरा कर दिया जाएगा.
कौन-कौन कर रहे हैं आंदोलन
- 22 अगस्त 2023 से टेट पास सहायक अध्यापकों का जारी है राजभवन के समक्ष धरना प्रदर्शन
- 08 जुलाई 2023 से आंदोलन कर रहे हैं पंचायत सचिवालय स्वयंसेवक
- 24 नवम्बर 2023 से क्रमबद्ध अनशन कर रहे हैं चौकीदार-वफादार पंचायत के सदस्य
- एक बार फिर आंदोलन की तैयारी कर रहे हैं राज्य के कृषक मित्र
- दिव्यांग भी राजभवन के समक्ष कर रहे हैं प्रदर्शन
- मनरेगाकर्मियों का संगठन भी आंदोलन की तैयारी में
- "वेतनमान" है टेट पास सहायक अध्यापकों की मुख्य मांग
- पंचायत स्वयंसेवकों की सेवा नियमतिकरण है मुख्य मांग
- झारखंड राज्य दफादार- चौकीदार पंचायत के बैनर तले चौकीदारों की है छह सूत्री मांग
- रुपये 12 हजार मानदेय करने की है कृषक मित्रों की मांग
- राजस्थान और हिमाचल की तरह सेवा नियमितीकरण चाहते हैं राज्य के मनरेगाकर्मी