रांची: राजभवन में सिक्किम राज्य का स्थापना दिवस समारोह मनाया गया. राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने इस मौके पर सिक्किम के लोगों को बधाई दी. उन्होंने कहा कि हमारे देश में अलग-अलग जाति, धर्म और संप्रदाय के लोग सौहार्दपूर्वक रहते हैं. जिनकी भाषा, संस्कृति, रीति-रिवाज अलग-अलग है. फिर भी हम सभी एक हैं और यही विविधता में एकता हमारी शक्ति और प्रगति की आधारशिला रही है. उन्होंने कहा कि प्राकृतिक सौंदर्य से परिपूर्ण इस खूबसूरत प्रदेश का समृद्ध इतिहास रहा है. यहां की संस्कृति जीवंत है और लोक-कला समृद्ध है.
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राज्यपाल ने झारखंड में निवास कर रहे सिक्किम के लोगों से संवाद किया. उन्होंने कहा कि सिक्किम ने विकास के अलग-अलग क्षेत्रों में सराहनीय प्रगति की है. पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने में यह राज्य अग्रणी रहा है. साथ ही इस राज्य ने पर्यटन के क्षेत्र में अपनी एक अलग पहचान बनायी है. इस प्रदेश ने जैविक कृषि के क्षेत्र में अद्वितीय काम कर पूरे विश्वपटल पर अमिट पहचान स्थापित की है. जैविक कृषि की दिशा में राज्य में हो रहे काम की जितनी भी तारीफ की जाए, कम है. यह राज्य देश के बाकी हिस्सों के लिए एक अनुकरणीय उदाहरण पेश करता है. राज्यपाल ने राजभवन आए सिक्किम वासियों को गुलाब का फूल देकर स्वागत किया. उन्होंने एक ग्रुप तस्वीर भी खिचवाई. राज्यपाल ने सिक्किम की सांस्कृतिक पहचान कही जाने वाली टोपी भी पहनी. राजभवन के इस पहल से सिक्किम वासी बेहद खुश नजर आए.
उन्होंने कहा कि विद्यार्थी जीवन में उनके बहुत से सहपाठी सिक्किम के रहनेवाले थे. तब से ही उनकी भावना से अवगत हैं. राज्यपाल ने कहा कि सिक्किम के लोग अपनी सांस्कृतिक विरासत पर गर्व करते हैं. उनमें असीम देशभक्ति की भावना है. उन्होंने कहा कि प्रसन्नता की बात है कि सिक्किम के बहुत से लोग झारखंड राज्य में रह रहे हैं और यहां विभिन्न क्षेत्रों में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं.
समारोह के दौरान राज्यपाल के प्रधान सचिव डॉ नितिन कुलकर्णी ने स्वागत भाषण दिया. इस मौके पर सिक्किम की रहनेवाली बीआईटी मेसरा में अध्ययनरत छात्रा प्रशांति शर्मा और जैप-1 में कार्यरत राजेश शर्मा ने राज्यपाल का इस पहल के लिए आभार प्रकट किया.