रांचीः लगभग 20 साल पहले राजधानी रांची के कोकर और बरियातू क्षेत्र के बीचो-बीच स्थित डीआईजी ग्राउंड में एक प्राथमिक स्कूल का निर्माण हुआ था. निर्माण के बाद से ही यह स्कूल बिजली कनेक्शन की बाट जो रहा था. ईटीवी भारत की पहल से स्कूल परिसर में अब बिजली आ चुकी है. अब बच्चों को गर्मी से भी राहत मिली है. इसके लिए इन बच्चों और स्कूल के शिक्षकों ने ईटीवी भारत को धन्यवाद (thank ETV Bharat for getting electricity) दिया है.
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अब स्कूल परिसर में शिक्षकों के बैठने के लिए कॉमन रूम, पुस्तकालय और क्लास रूम में भी पंखा लगा दिया गया है. बिजली का कनेक्शन भी समुचित तरीके से किया गया है. वायरिंग के अलावा बिजली की समुचित व्यवस्था इस विद्यालय में कर दी गई है. पुस्तकालय की हालत भी ईटीवी भारत ने अपने खबर के माध्यम से दिखाया था जो काफी दयनीय स्थिति में थी. अब उस पुस्तकालय में बच्चे पढ़ाई करते दिख रहे हैं.
ईटीवी भारत की टीम ने एक बार फिर इस स्कूल का जायजा लिया तो बच्चों में जो खुशी देखी गयी वो वाकई सुकून देने वाला रहा. ईटीवी भारत की टीम को देखते ही बच्चों ने ईटीवी भारत को थैंक्यू कहा और हमें धन्यवाद भी दिया. वहीं शिक्षकों ने भी ईटीवी भारत को धन्यवाद देते हुए कहा कि ईटीवी भारत के प्रयास के कारण ही आज 20 वर्ष बाद इस स्कूल में बिजली कनेक्शन पहुंचा है. इससे बच्चों को राहत मिल रही है और स्कूल की स्थिति में भी सुधार आया है.
बच्चों को लाइब्रेरी की सुविधा राजधानी रांची के बीचो-बीच स्थित मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव के आवास के ठीक सामने डीआईजी ग्राउंड में एक प्राथमिक स्कूल (government school in ranchi) स्थित है. निर्माण के लगभग 20 तक बिजली कनेक्शन की व्यवस्था स्कूल में नहीं थी. इसको लेकर ईटीवी भारत की टीम ने प्रमुखता से खबर प्रकाशित किया. राज्य सरकार के मंत्रियों के अलावा शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो तक ये बात पहुंची. इसके बाद विभागीय अधिकारियों में हड़कंप मचा और स्कूल परिसर में अब पोल लगाकर स्कूल तक बिजली की व्यवस्था मुहैया कराई गयी है.
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गर्मी छुट्टी से पहले ईटीवी भारत की टीम ने भीषण गर्मी के दौरान इस स्कूल में बिजली नहीं रहने के कारण बच्चों की परेशानियों और स्कूल की दुर्दशा से जुड़ी एक खबर प्रकाशित की थी. इस मामले को लेकर शिक्षा मंत्री ने संज्ञान लिया था और गर्मी छुट्टी के बाद स्कूल खुलते ही बच्चों को स्कूल में बिजली की सुविधा मिल गयी. उम्मीद यही है कि राज्य के अन्य स्कूलों में भी जो मूलभूत सुविधाएं नही हैं उसे भी पूरा करने में शिक्षा विभाग बेहतर तरीके से काम करेगा.