रांची: हजारीबाग रूपेश पांडे हत्याकांड का मामला अब भी नहीं सुलझा है. मामले को लेकर रूपेश पांडे के परिजनों ने सोमवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मुलाकात की. रूपेश पांडे की मां उर्मिला पांडे व पिता सिकंदर पांडे ने मुख्यमंत्री से मुलाकात कर अपने दिवंगत पुत्र के लिए न्याय मांगा. उन्होंने मामले में सीएम से सीबीआई जांच कराने का आग्रह किया.
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मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने किया आश्वस्त: मुख्यमंत्री ने रूपेश पांडे के परिजनों को आश्वस्त किया कि परामर्श के बाद झारखंड सरकार इसपर निर्णय लेगी. रूपेश पांडे हत्याकांड मामले की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में की जाएगी. मुख्यमंत्री ने रूपेश की मां के स्थायी जीवन यापन की व्यवस्था के लिए उपायुक्त हजारीबाग (Hazaribag DC) को निर्देश दिया है. मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद हजारीबाग जिला प्रशासन ने उर्मिला देवी की स्थायी आजीविका हेतु प्रक्रिया शुरू कर है. इस मौके पर बरही विधायक उमाशंकर अकेला, गिरिडीह विधायक सुदिव्य कुमार सोनू एवं अन्य उपस्थित थे.
राज्यपाल से भी परिजन लगा चुके हैं गुहार:हजारीबाग जिला के बरही थाना क्षेत्र में सरस्वती पूजा प्रतिमा विसर्जन के दौरान युवा रूपेश कुमार पांडे की हत्या कर दी गई थी. घटना के बाद पीड़ित परिवार इससे पहले राज्यपाल रमेश बैस से भी सीबीआई से जांच कराने का आग्रह कर चुके हैं. इधर यह मामला राजनीतिक रंग भी ले चुका है. विपक्षी दल लगातार रूपेश पांडे के हत्यारों को कड़ी सजा दिलाने की मांग कर रहे हैं. वहीं एबीवीपी द्वारा लगातार इस मुद्दे को लेकर झारखंड के कई जिलों में प्रदर्शन किया जा रहा है. भाजपा ने पिछले दिनों राज्यभर में मशाल जुलूस निकालकर विरोध जताया था. वहीं कई राजनीतिक-सामाजिक संगठन के लोग शोक संतप्त परिजनों से भेंट कर उन्हें ढाढस बंधा रहे हैं. सुबे के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास भी पूरे काफिले के साथ रूपेश कुमार पांडे के घर पहुंचे थे. हालांकि बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश को प्रशासन ने रूपेश के घर जाने से रोक दिया था.