रांचीः राज्यभर की आंगनबाड़ी सेविका सहायिका पिछले 33 दिन से राजभवन के समक्ष अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठी हुई हैं. इसके साथ ही अपनी विभिन्न मांगों को लेकर पिछले 5 दिनों से भूख हड़ताल पर भी कई सेविका सहायिका बैठी हुई हैं. इसके बावजूद सरकार का कोई भी प्रतिनिधि इनका हाल जानने के लिए नहीं पहुंचा.
वहीं, दूसरी ओर अब यह मुद्दा राजनीतिक रंग लेने लगा है. विपक्षी पार्टियां इन सेविका सहायिकाओं को भरपूर समर्थन दे रही हैं. राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश युवा अध्यक्ष अनिल यादव आंगनबाड़ी सेविका सहायिका से मुलाकात के लिए पहुंचे और उनके बीच बेडशीट का वितरण किया. इसके साथ ही उन्हें आश्वासन दिया कि वह उनकी इस लड़ाई में साथ हैं.
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अनिल यादव ने कहा कि आंगनवाड़ी सेविका सहायिका संघ की जो भी मांग है यह पूरी तरह से जायज है. मांगों को लेकर किए जा रहे आंदोलन पर सरकार को गंभीर होना चाहिए और इनकी मांगों को पूरा करना चाहिए. इनके द्वारा ही सरकार की योजनाओं को धरातल पर उतारने का कार्य किया जाता है लेकिन, महिला सशक्तिकरण की दुहाई देने वाली सरकार सत्ता में बैठकर मौन है. आंगनबाड़ी सेविका सहायिका संघ भूख हड़ताल पर बैठी हुई हैं, लेकिन सरकार इनकी सुध तक लेने नहीं पहुंच रही है.
वहीं, धरना स्थल पर मौजूद प्रदेश अध्यक्ष सुमन कुमारी ने कहा कि सरकार से अपनी जायज मांगों को लेकर पिछले 33 दिनों से राजभवन के समक्ष आंगनबाड़ी सेविका सहायिका अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठी हैं. सरकार ध्यान नहीं दे रही है, विपक्ष के तमाम नेता उनका जायजा लेने के लिए पहुंच रहे हैं, लेकिन सरकार का कोई भी प्रतिनिधि हम महिलाओं का दुख दर्द देखने के लिए नहीं पहुंचा. इस बार अगर सरकार हमारी बातें नहीं मानी तो इतना तो तय है कि सरकार को गद्दी पर दोबारा बैठने नहीं दिया जाएगा. विधानसभा चुनाव में उन्हें करारा जवाब दिया जाएगा.