रांचीः झारखंड विधानसभा चुनाव को लेकर राष्ट्रीय जनता दल ने 7 प्रत्याशियों के नामों की घोषणा कर दी है. आरजेडी ने प्रत्याशियों के नामों की घोषणा करते हुए कहा कि लालू प्रसाद यादव के अथक प्रयासों के बाद ही झारखंड बिहार से अलग हुआ. ऐसे में झारखंड जिस सपनों को साकार करने के लिए अलग किया गया है, वह सपना अब तक अधूरा है.
पार्टी महासचिव भोला यादव ने संयुक्त रूप से प्रत्याशियों के नामों की घोषणा की, जिनमें हुसैनाबाद से संजय कुमार सिंह, चतरा से सत्यानंद भोक्ता, छतरपुर से विजय कुमार राम, कोडरमा से सुभाष यादव, बरकट्ठा से खालिद खलील, देवघर से सुरेश पासवान और गोड्डा से संजय प्रसाद यादव शामिल हैं.
ये भी पढ़ें-मतदान के लिए कलाकारों में भी उत्साह, कविता के जरिए कर रहे वोट देने की अपील
वहीं, मौके पर मौजूद आरजेडी के महासचिव भोला यादव ने कहा कि झारखंड आंदोलन की कहानी दिशोम गुरू शिबू सोरेन का नाम स्वर्णिम अक्षरों में लिखा जाएगा. क्योंकि झारखंड को अलग राज्य का दर्जा दिलाने को लेकर दिशोम गुरू शिबू सोरेन ने काफी संघर्ष किया था और राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने झारखंड अलग करने के फैसले को स्वीकार किया था. 19 साल हो गए झारखंड अलग है, लेकिन झारखंड के आदिवासियों की मूलभूत अधिकार अब तक वंचित है, ऐसे में झारखंड में एक आदिवासी मुख्यमंत्री का चेहरा ही झारखंड का विकास कर सकता है. इसलिए महागठबंधन के नेता हेमंत सोरेन पूरा करेंगे और हेमंत सोरेन राज्य के मुख्यमंत्री बनेंगे.