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जेपी पटेल के निलंबन पर उठे सवाल, दो विधायक मार्शल आउट, भाजपा विधायकों ने किया वाक आउट

मंगलवार को सदन की कार्यवाही दिन के 11 बजे जैसे ही शुरू हुई भाजपा विधायक मुख्यमंत्री से भ्रष्टाचार के मुद्दे पर इस्तीफे की मांग करते हुए हंगामा करने लगे. हंगामा बढता देख स्पीकर रबीन्द्रनाथ महतो ने भाजपा के चार विधायक को सदन की कार्यवाही से गुरुवार तक के लिए निलंबित कर दिया. लेकिन जेपी पटेल के निलंबन पर सवाल उठ रहे हैं, क्योंकि वो उस समय सदन मौजूद थे ही नहीं.

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Published : Aug 2, 2022, 4:08 PM IST

Updated : Aug 2, 2022, 5:34 PM IST

रांची: मानसून सत्र के तीसरे दिन झारखंड विधानसभा भ्रष्टाचार के मुद्दे पर गरमाया रहा. सदन की कार्यवाही दिन के 11 बजे जैसे ही शुरू हुआ भाजपा विधायक मुख्यमंत्री से भ्रष्टाचार के मुद्दे पर इस्तीफे की मांग करते हुए हंगामा करने लगे. हंगामा बढ़ता देख स्पीकर रबीन्द्रनाथ महतो ने भाजपा के चार विधायक को सदन की कार्यवाही से गुरुवार तक के लिए निलंबित कर दिया. निलंबित होनेवाले भाजपा विधायकों में भानु प्रताप शाही, ढुलू महतो, जयप्रकाश भाई पटेल और रणधीर सिंह शामिल हैं. निलंबन की घोषणा करते हुए स्पीकर रबीन्द्रनाथ महतो ने सदन की कार्यवाही दिन के 12.30 बजे तक के लिए स्थगित करने की घोषणा की. एक बार फिर सदन की कार्यवाही स्थगन के बाद शुरू तो हुई मगर भाजपा विधायकों के निलंबन से नाराज भाजपा विधायकों ने सदन में जमकर हंगामा मचाया.

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भोजनावकाश के बाद सदन की कार्यवाही के दौरान भाजपा विधायक नीलकंठ सिंह मुंडा में सवाल उठाया कि जिन चार विधायकों को आसन की तरफ पीठ कर प्रदर्शन करने की वजह से निलंबित किया गया, उस वक्त जेपी पटेल सदन में मौजूद थे ही नहीं. फिर किस आधार पर उन्हें निलंबित किया गया. इस सूचना पर स्पीकर ने कहा कि वह इस पर विचार करेंगे. इसके बाद भाजपा के तमाम विधायकों ने आसन की तरफ पीठ पर विरोध जताते हुए सभी को निलंबित करने की मांग की.

बीजेपी विधायकों का बयान

इस दौरान भाजपा विधायक अमर बाउरी और मनीष जयसवाल रिपोर्टिंग टेबल पर खड़े हो गए. इस आधार पर दोनों को मार्शल आउट कर दिया गया. भाजपा विधायक बिरंचि नारायण ने कहा कि लोकसभा में निलंबन की कार्रवाई क्यों की गई है इससे पूरा देश वाकिफ है. अगर आसन की तरफ पीठ दिखाने पर 4 विधायकों को सस्पेंड किया गया था तो हम सभी को भी सस्पेंड किया जाए. इस दौरान स्पीकर ने कहा कि आप सभी को इस बात की जानकारी होनी चाहिए कि सदन की कार्यवाही की कॉपी संसद को भी भेजी जाती है. इसमें आपका आचरण झलक रहा है. चारों विधायकों का निलंबन वापस नहीं होने के विरोध में सभी भाजपा विधायकों ने सदन से वाकआउट कर दिया.

इससे पहले 12:30 बजे सदन की कार्यवाही शुरू होने पर सूचना के तहत भाजपा विधायक सीपी सिंह ने चारों विधायकों के सस्पेंशन के मामले को उठाया. उन्होंने आसन की तरफ मुखातिब होकर कहा कि 1 अगस्त की कार्यवाही के दौरान जब भाजपा के विधायक वाक आउट कर रहे थे तो आपने कांग्रेस विधायक दीपिका पांडे सिंह पर टिप्पणी की थी. आपने कहा था कि क्या आप भी इन लोगों के साथ बाहर जा रही हैं. इसपर स्पीकर ने कड़ी प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए कहा कि उन्होंने ऐसी बात नहीं कही थी. हमारे कहने का मतलब कुछ और था. स्पीकर ने भाजपा विधायकों से पूछा कि अब आसन कितना झुकेगा. आपके तरकश में जितना तीखा वाण है, उसे चलाएं लेकिन आचरण का ख्याल रखें. इस बात को बढ़ता देख दीपिका पांडे सिंह ने हस्तक्षेप करते हुए कहा कि सीपी सिंह को उनसे जुड़े मामले पर बोलने का कोई अधिकार नहीं है.

सदन से निलंबित भाजपा विधायकों ने स्पीकर रबीन्द्रनाथ महतो के द्वारा की गई इस कार्रवाई से खासे नाराज दिखे. सदन के बाहर मीडियाकर्मियों को संबोधित करते हुए इन विधायकों ने कहा कि इसके विरुद्ध भाजपा विधायक सदन के बाहर अटल बिहारी जी की प्रतिमा के समक्ष जब तक सदन चलेगा धरना देंगे. भाजपा विधायक रणधीर सिंह ने कहा कि सदन में कोई ऐसी बातें भाजपा विधायक के द्वारा नहीं की गई जो अनुशासनहीनता के दायरे में आता हो. उन्होंने कहा कि सरकार के इशारे पर स्पीकर ने यह आदेश दिया है जो अनुचित है. विधायक ढुल्लू महतो और विधायक जयप्रकाश भाई पटेल ने भी स्पीकर के फैसले पर आपत्ति जताते हुए कहा कि भ्रष्टाचार के मुद्दे पर सदन में विशेष चर्चा की मांग करना क्या अनुचित है.

Last Updated : Aug 2, 2022, 5:34 PM IST

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