रांचीः राज्य में गठबंधन सरकार को बने 2 साल हो चुके हैं. सरकार बनने के शुरुआती समय से ही राजद यह आरोप लगाते रहा है कि गठबंधन सरकार में उनकी पूछ नहीं हो रही है. उन्हें जायज सम्मान नहीं मिल रहा है. जितने अधिकार मिलने चाहिए उतने उन्हें नहीं मिल रहे हैं. हाल ही में 20 सूत्री गठन के बाद से राजद की नाराजगी खुलकर सामने आ गई है. इनका आरोप है कि राजद को पूरी तरह से अनदेखा किया गया है.
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झारखंड सरकार के रवैये से राजद में नाराजगी, कहा- नहीं मिल रहा उचित सम्मान
झारखंड राजद के नेता प्रदेश की सरकार के रवैये से नाराज हैं. उनका आरोप है कि प्रदेश में उनको जायज हक और उचित सम्मान नहीं मिल रहा है.
20 सूत्री कमेटी के गठन को लेकर गढ़वा जिला के राजद नेता सूरज सिंह ने कहा कि 20 सूत्री और 15 सूत्री के गठन में उनकी पार्टी को पूरी तरह से अनदेखा कर दिया गया है. सरकार गठन के समय राजद के कार्यकर्ताओं ने अहम भूमिका निभाई थी. इसके बावजूद हम अनदेखी के शिकार होते आ रहे हैं. वहीं राजद नेता संजय मलिक ने भी गठबंधन सरकार पर राजद को अनदेखा करने का आरोप लगाया. चेतावनी देते हुए कहा कि आने वाले समय में राजद 81 विधानसभा में अपना उम्मीदवार उतारेगा. उन्होंने राष्ट्रीय अध्यक्ष से भी जल्द से जल्द झारखंड में राजद का पुनर्गठन करने की मांग की.
आपको बता दें कि राष्ट्रीय जनता दल की झारखंड कमेटी को राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के निर्देशानुसार भंग कर दिया गया था. तब से ही बिना प्रदेश अध्यक्ष और कमेटी के ही झारखंड में राष्ट्रीय जनता दल संचालित हो रहा है. राजद के पूर्व कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों की मांग है कि जल्द से जल्द पार्टी के झारखंड इकाई का गठन किया जाए. ताकि झारखंड में जो राजद का वजूद है वह कायम रह सके.