रांची: 31 मई को विश्व तंबाकू निषेध दिवस मनाया जाएगा. इस दिवस विशेष को लेकर पूरे विश्व के साथ-साथ भारत और राजधानी रांची में भी समाज को जागरूक करने के लिए कई आयोजन होंगे. रांची विश्वविद्यालय भी इसकी तैयारियों में जुटा है. विश्वविद्यालय के 90.4 एफएम खांची रेडियो की ओर से आकर्षित करने वाला जागरुकता प्रोमो तैयार किया गया है.
तंबाकू का सेवन जानलेवा हो सकता है. यह जानते हुए भी दुनिया भर में बड़ी संख्या में लोग किसी ना किसी रूप में तंबाकू का सेवन कर रहे हैं. जिसमें बीड़ी, सिगरेट, गुटका जैसे सामग्री शामिल हैं. ऐसे में उन पर जानलेवा बीमारियों का खतरा मंडराने लगता है. विश्व भर में लगातार ऐसे, ऐसे मरीजों की संख्या भी तेजी से बढ़ रही है. इसे देखते हुए ही तंबाकू के सेवन से रोकने उस से होने वाले नुकसान के प्रति जागरूक करने के लिए प्रत्येक वर्ष 31 मई को दुनिया भर में विश्व तंबाकू निषेध दिवस मनाया जाता है. इस दिवस विशेष को लेकर रांची में भी तैयारियां चल रही है.
वर्ल्ड नो टोबैको डे: आरयू ने की रेडियो खांची के जरिये समाज को जागरूक करने की तैयारी
रांची विश्वविद्यालय विश्व तंबाकू निषेध दिवस को कुछ अलग तरीके से मनाने की तैयारी कर रहा है. आरयू रेडियो खांची के माध्यम से लोगों को जागरूक करने की तैयारी में है.
शिक्षा के साथ-साथ समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए रांची विश्वविद्यालय ने भी इस दिवस विशेष को अलग अंदाज में मना रही है. विश्वविद्यालय ने अपने कम्युनिटी रेडियो खांची के जरिए समाज के हर तबके के लिए एक जागरूकता भरा संदेश तैयार किया है. इसके जरिए लोगों को बताया जा रहा है कि तंबाकू कितना हानिकारक है. किस तरह समाज में यह एजेंडे के तहत लोगों को मार रही है. कितना घातक है. ऐसे ही संदेश के साथ लोगों को ऑडियो मैसेज के जरिए जागरूक किया जा रहा है. गौरतलब है कि विश्व तंबाकू निषेध दिवस के लिए हर साल एक थीम तैयार होता है और उसी के तहत कार्यक्रमों का आयोजन भी किया जाता है.
ऐसे हुई शुरुआत: दरअसल, तंबाकू के सेवन से होने वाली मौतों की संख्या में लगातार और तेजी से बढ़ोतरी हो रही है. विश्व स्वास्थ्य संगठन, यानी वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन साल 1987 में विश्व तंबाकू निषेध दिवस मनाने की शुरुआत की थी. हालांकि पहली बार 7 अप्रैल 1988 को यह दिवस मनाया गया था. उसके बाद 31 मई 1988 को एक प्रस्ताव पारित कर हर साल 31 मई को इस दिवस मनाना तय हुआ.