रांचीःझारखंड में ग्रामीण स्वास्थ्य व्यवस्था भगवान भरोसे है (Ranchi rural areas health system Poor). ज्यादातर ग्रामीण क्षेत्रों के स्वास्थ्य केंद्रों में डॉक्टर्स की कमी है. यहां पारा मेडिकल स्टाफ भी न के बराबर ही हैं. जब झारखंड की राजधानी रांची का यह हाल है तब दूसरे जिलों में ग्रामीण स्वास्थ्य व्यवस्था का अंदाजा लगाया जा सकता है.
ग्रामीण इलाकों के अस्पतालों में ना चिकित्सक ना पैरा मेडिकल स्टाफ, सिविल सर्जन बोले- कोई जाना ही नहीं चाहता
झारखंड में ग्रामीण स्वास्थ्य व्यवस्था भगवान भरोसे है (Ranchi rural areas health system Poor). यहां अस्पतालों की बिल्डिंग तो बना दी गई है, लेकिन ज्यादातर में ना चिकित्सक हैं और ना पैरा मेडिकल स्टाफ. जिससे लोगों को कोई सुविधा नहीं मिल पा रही है. अधिकारी भी कुव्यवस्था के आगे मजबूर हैं. इस समस्या की ओर ध्यान खींचने पर सिविल सर्जन ने कहा कि यहां कोई जाना नहीं चाहता.
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स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, राजधानी रांची के मांडर विधानसभा क्षेत्र और लापुंग के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टर ही तैनात नहीं हैं, जिस वजह से इन क्षेत्रों में रहने वाले गांवों की लाखों की आबादी बेहतर इलाज के लिए तरस रही है. राजधानी रांची में कुल 14 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हैं तो वहीं 26 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बनाए गए हैं. सभी का लगभग एक सा ही हाल है. मांडर और लापुंग स्वास्थ्य केंद्रों में डॉक्टरों की नियुक्ति के लिए क्षेत्र के विधायक शिल्पी नेहा तिर्की ने भी राज्य सरकार को सूचित किया है लेकिन अभी तक इसको लेकर कोई कार्रवाई नहीं हो पाई है.