रांचीः 25 लाख के इनामी पीएलएफआई के सुप्रीमो दिनेश गोप के खास सहयोगी निवेश कुमार और शुभम पोद्दार को रांची पुलिस ने तीन दिनों के रिमांड पर लिया है. पुलिस दोनों को बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा से थाना लेकर आई है और पूछताछ कर रही है. इस पूछताछ में निवेश ने कई खुलासे किए हैं.
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पुलिस की पूछताछ में निवेश ने बताया कि वह पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप के लिए काम करता है. दिनेश के दिए लेवी के पैसे को होटल और जमीन के कारोबार में इनवेस्ट करते थे. इसके साथ ही हथियार की सप्लाई भी करता था. बता दें कि धुर्वा पुलिस ने न्यायालय में आवेदन देकर निवेश कुमार और शुभम पोद्दार को रिमांड पर देने का आग्रह किया. इस आवेदन पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने पुलिस को दोनों को तीन दिनों के लिए रिमांड पर लेने की अनुमति दी. अनुमति मिलने के बाद पुलिस दोनों को जेल से थाना लेकर आ गई है और गुरुवार को पुलिस उसे जेल भेजेगी.
निवेश ने पुलिस को यह भी बताया है कि दिनेश गोप का साला जेल में बंद अरूण गोप ने पूरी प्लानिंग की थी. उसने दिनेश गोप के करीबी चूहा से उसका संपर्क करवाया. चूहा के जरिए दिनेश गोप से खूंटी में मिला था. रांची पुलिस ने पांच जनवरी को धुर्वा इलाके से नक्सली अमीरचंद, उज्जवल कुमार और आर्य कुमार को गिरफ्तार किया था. इन नक्सलियों ने पास से पीएलएफआई का पर्चा, जंगल में लगने वाला पोर्टेबल टेंट, स्लीपिंग कीट और हथियार बरामद किया था. इसके बाद पुलिस ने नौ जनवरी को निवेश कुमार के घर में छापेमारी की. इस दौरान पुलिस ने 61 लाख रुपये और अर्ध निर्मित हथियार बरामद किया था. पुलिस ने निवेश के पिता सुभाष पोद्दार और प्रवीण कुमार को गिरफ्तार किया.
11 जनवरी को बक्सर पुलिस के सहयोग से रांची पुलिस ने औद्योगिक थाना से निवेश, उसकी गर्लफ्रेंड अंजली उर्फ फातिमा, ध्रुव कुमार और शुभम पोद्दार को गिरफ्तार किया. गिरफ्तार आरोपियों के पास से 12 लाख रुपये कैश, मोबाइल और पश्चिम बंगाल नंबर की गाड़ी बरामद हुई थी. निवेश की निशानदेही पर रांची पुलिस ने उसके घर से छह पिस्टल भी बरामद किया. फिलहाल पुलिस इन आरोपियों को रिमांड पर लेकर पूछताछ कर रही है.