रांचीः राजधानी में नए साल के जश्न में शराब पीकर हुड़दंग मचाने वालों की अब खैर नहीं है. सड़क हादसों पर लगाम लगाने के लिए इस बार रांची ट्रैफिक पुलिस ने सभी पिकनिक स्पॉट के साथ-साथ जश्न वाले इलाकों में ड्रंक एंड ड्राइव को लेकर अभियान चलाने का निर्देश जारी कर दिया है. 22 दिसंबर से लेकर 15 फरवरी 2023 तक ट्रैफिक के जवान ब्रेथ एनालाइजर टेस्ट के लिए ड्यूटी पर तैनात रहेंगे.
सड़क हादसों को लेकर लिया गया निर्णयः राजधानी रांची में हर वर्ष नवंबर माह से लेकर दूसरे वर्ष फरवरी माह तक सड़क दुर्घटनाओं में बेतहाशा वृद्धि देखी जाती है. इसके पीछे सबसे प्रमुख वजह जो अब तक निकल कर सामने आई है वह ड्रंक एंड ड्राइव है. क्रिसमस से लेकर नए साल के फरवरी महीने तक पिकनिक के साथ-साथ अलग-अलग डेस्टिनेशन पर पार्टियों का आयोजन होता है. ऐसी पार्टियों में जमकर शराब पी जाती है, शराब पीने के बाद जब युवा अपने घरों की तरफ लौटते हैं तब वे हादसे का शिकार हो जाते हैं.
18 से 35 उम्र के हुए सबसे ज्यादा शिकारः रांची डीटीओ कार्यालय से मिले हादसों के आंकड़े बेहद चिंताजनक है. दिसंबर 2022 में कुल 64 सड़क हादसे हुए, जिनमें 44 लोगों की मौत हो गई थी, वहीं 38 लोग बुरी तरह से जख्मी हुए. जनवरी 2023 में 64 हादसे सामने आए जिसमें 41 लोगों की मौत हो गई, 35 बुरी तरह से जख्मी हुए. वहीं फरवरी 2023 महीने के 38 लोग सड़क हादसे में मौत के गाल में समा गए.
कुल मिलाकर देखा जाए तो मात्र 70 दिनों में 121 लोग सड़क हादसों में अपनी जान गंवा दी. आकड़ों के अनुसार सड़क हादसों में मरने वाले सबसे ज्यादा युवा हैं. इनकी उम्र 18 से 30 के बीच है. बिना हेलमेट सवारी, तेज रफ्तार, शराब और ईयर बर्ड-हेडफोन का इस्तेमाल हादसों की प्रमुख वजहें सामने आई है. साल 2021 में सड़क हादसों में जहां 448 लोगों ने अपनी जान गंवाई थी. वहीं साल 2022 में कुल 450 लोग सड़क हादसे में अपनी जान गंवाई थी.