रांचीः राजधानी के डूमरदगा बाल सुधार गृह में कर्नल जेके सिंह के द्वारा शनिवार को अचानक छापेमारी की गयी. छापामारी के दौरान यहां से कई आपत्तिजनक चीजें बरामद हुई हैं. बरामद समानों में चिलम, सिगरेट, मोबाइल, कैंची और चाकू भी शामिल हैं.
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रांची का बाल सुधार गृह लगातार विवादों में रहा है, कभी आपसी मारपीट तो कभी बाल बंदी के द्वारा आत्महत्या का प्रयास के मामला हो. इसके बाद बाल सुधार गृह की व्यवस्था पर सवालिया निशान खड़े हो रहे हैंं. इसी कड़ी में अब बाल सुधार गृह में लगातार नजर रखी जा रही है. शनिवार को सब के कमांडेंट कर्नल जेके सिंह की अगुवाई में रांची के डूमरदगा स्थित बाल सुधार गृह में छापेमारी की गयी. अचानक हुई कार्रवाई में यहां से कई आपत्तिजनक वस्तुएं बरामद किए गए हैं. बाल सुधार गृह से मिली जानकारी के अनुसार छापेमारी के दौरान मोबाइल, चार्जर, सिगरेट, स्क्रुड्राइवर, कैंची, मोबाइल बैटरी, चिलम, चाकू, ब्लूटूथ डिवाइस, लोहे का रड और एक टूटा मोबाइल भी बरामद किया गया है.
6 फरवरी को हुई थी मारपीटः इससे पहले 6 फरवरी को बाल सुधार गृह में बाल बंदियों के दो गुटों में हिंसक झड़प हुई थी. इस हिंसक झड़प में आपस में मारपीट करने के लिए लोहे के रड, कैंची, चाकू और स्क्रूड्राइवर का जमकर इस्तेमाल किया गया था. इस झड़प में 16 बाल बंदी घायल हो गए थे. शनिवार को भी छापेमारी में भी रड, चाकू, कैंची और स्क्रुड्राइवर बरामद किया गया है. बाल सुधार गृह में अदावत को टालने के लिए आनन-फानन में जिला प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए 10 से अधिक बाल बंदियों को झारखंड के दूसरे जिलों में शिफ्ट कर दिया था. वहीं 13 बाल बंदियों पर प्राथमिकी भी दर्ज की गयी थी.
मारपीट मामले की जांच जारीः सैफ के कमांडेंट कर्नल जेके सिंह ने बताया कि बाल सुधार गृह की व्यवस्था को सुधारने के लिए व्यापक बंदोबस्त किए जा रहे हैं. कोशिश की जा रही है कि जिन बाल बंदियों की उम्र ज्यादा हो गयी है उन्हें अलग रखा जाए इसके लिए प्रयास किया जा रहा है. वहीं कर्नल ने यह भी कहा कि जो लोग बाल बंदियों तक नशे के सामान मोबाइल और दूसरी तरह की चीजों का पहुंचा रहे हैं उन पर भी नकेल कसी जाएगी.