रांची:झारखंड में झामुमो-कांग्रेस महागठबंधन की सरकार गिराने की साजिश को लेकर कोतवाली पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा दिया. शनिवार की दोपहर कोतवाली थाने में एफआईआर दर्ज किए जाने के बाद पुलिस ने अप्राथमिक अभियुक्त अभिषेक कुमार दुबे, अमित सिंह और निवारण प्रसाद महतो को जेल भेजा. लेकिन, इतने बड़े मामले में रांची पुलिस की तरफ से सिर्फ एक प्रेस रिलीज जारी कर पूरे मामले से पल्ला झाड़ लिया गया.
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सरकार के खिलाफ साजिश, पुलिस का कोई बड़ा अधिकारी बात करने नहीं आया सामने
पूरे मामले में सबसे हैरान कर देने वाली बात यह है कि तीन लोगों को सरकार के खिलाफ साजिश करने के आरोप में राजद्रोह समेत कई धाराओं में प्राथमिकी दर्ज कर जेल भेजा गया लेकिन इस मामले में झारखंड पुलिस का कोई भी बड़ा अधिकारी पूरे दिन कुछ भी कहने से बचता रहा. देर शाम एक प्रेस रिलीज जारी कर मामले की जानकारी दी गई लेकिन वह भी पूरी नहीं. सवाल यह है कि तीनों आरोपियों की गिरफ्तारी कहां से हुई, तीनों का व्यापार क्या है और वह किस तरह से सरकार के खिलाफ साजिश में लगे हुए थे. यह तय है कि अगर सरकार के खिलाफ साजिश रची गई थी तो उसमें मात्र तीन व्यक्ति नहीं होंगे, जबकि पुलिस के द्वारा जारी किए गए प्रेस रिलीज में सिर्फ 3 लोगों को आरोपी बनाया गया है.
क्या है प्रेस रिलीज में ?
रांची पुलिस के द्वारा जारी किए गए प्रेस रिलीज में यह लिखा गया कि पकड़े गए लोगों से पूछताछ के क्रम में उन्होंने यह बात स्वीकार किया है कि वे लोग राजनीतिक लोगों से संपर्क कर नकद राशि उपलब्ध कराने की कोशिश में थे. लेकिन रिलीज में ये कहीं भी नहीं है कि आखिर वह कौन लोग थे जो लोग सरकार को नुकसान पहुंचाना चाहते थे. इसमें यह भी लिखा गया है कि तीनों आरोपियों ने अपने स्वीकृति बयान में सरकार के खिलाफ साजिश करने और सरकार को गिराने की साजिश में अपनी संलिप्तता को भी स्वीकार किया है.
दिनभर प्रेस कॉन्फ्रेंस की खबर हवा में तैरती रही
पूरे मामले को लेकर जिस तरह से राजधानी में हलचल थी उसे देखते हुए यह अनुमान लगाया जा रहा था कि पुलिस मुख्यालय के तरफ से इस मामले में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पूरे मामले की जानकारी दी जाएगी. लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ. किसी तरह की प्रेस कॉन्फ्रेंस पुलिस के तरफ से नहीं की गई.
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कांग्रेस विधायक अनूप सिंह ने दर्ज कराई थी एफआईआर
बेरमो विधायक अनूप सिंह ने बताया कि बीते कुछ महीनों से उन्हें सरकार को अस्थिर करने की सूचनाएं मिली थीं. अनूप सिंह के बयान के मुताबिक, कई विधायकों की छवि धूमिल करने की कोशिश भी की जा रही थी. उन्हें सूचना मिली थी कि अलग-अलग जगहों से कुछ लोग राजनीतिक षड्यंत्र को अंजाम देने के लिए रांची में आकर कैंप किए हुए हैं. हवाला के जरिए भी बड़े पैमाने पर लेन देन की सूचना मिली थी. अनूप सिंह ने पुलिस को बताया है कि सतारूढ़ दल के विधायकों के खरीद फरोख्त के लिए और लेन देन के लिए बातचीत चल रही है ताकि कुछ विधायकों को प्रलोभन देकर सरकार गिराई जा सके. विधायक ने कोतवाली थाने में दर्ज एफआईआर में बताया है कि उन्हें जानकारी मिली थी कि छद्म नाम से कुछ रसूखदार और फाइनेंसर ठहरे हुए हैं. साथ ही उनके द्वारा विधायकों से संपर्क किया गया है.