रांची: कृषि बिल और श्रम कानून बिल को लेकर पूरे देश के साथ-साथ राजधानी में भी विपक्षी दल अपना विरोध प्रदर्शन लगातार जारी रखे हुए हैं. इसी को लेकर राजधानी रांची समेत राज्य के विभिन्न जिलों में देशव्यापी आह्वान पर वामदलों ने अपना वृहद विरोध प्रदर्शन किया. सभी वाम दलों भाकपा माले, मासस ने विरोध प्रदर्शन करते हुए राजधानी के शहीद चौक से विरोध मार्च निकाला और कचहरी चौक होते हुए अल्बर्ट एक्का चौक पर विरोध मार्च सभा में तब्दील हो गई.
कृषि बिल और श्रम कानून के खिलाफ वामदलों का प्रदर्शन, कहा- काला कानून के खिलाफ आंदोलन होगा और भी तेज - रांची में कृषि बिल और श्रम कानून के खिलाफ प्रदर्शन
रांची में देशव्यापी आह्वान पर वामदलों ने कृषि बिल और श्रम बिल के खिलाफ अपना विरोध प्रदर्शन किया. भाकपा माले सहित अन्य दलों ने विरोध प्रदर्शन करते हुए राजधानी के शहीद चौक से विरोध मार्च निकाला और कचहरी चौक होते हुए अल्बर्ट एक्का चौक पर विरोध मार्च सभा में तब्दील हो गई.
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किसानों में आक्रोश
सभा को संबोधित करते हुए सीपीआई(एम) के नेता प्रकाश विप्लव ने कहा कि किसानों के खिलाफ राजनीति करते हुए भारतीय जनता पार्टी और केंद्र सरकार ने इस बिल को पास किया है. इससे किसानों में आक्रोश देखा जा रहा है. किसानों और मजदूरों के हित के लिए वाम दल ने हमेशा ही अपनी जिम्मेदारी निभाई है. अपनी इसी जिम्मेदारी को निभाते हुए वाम दलों ने अपने पार्टी के देशव्यापी आह्वान पर झारखंड के विभिन्न जिलों में किसानों और मजदूरों के हित में विरोध मार्च निकाला है. वहीं भाकपा माले के नेता भुनेश्वर केवट ने कहा कि कानून और नियम को ताक पर रखकर केंद्र सरकार मजदूरों और किसानों की जान लेना चाहती है और उद्योगपतियों को मौज देना चाह रही है. लेकिन वाम दल अपने विरोध प्रदर्शन से सरकार को यह चेतावनी देती है कि अगर सरकार इस बिल को वापस नहीं लेती है तो आने वाले समय में किसानों और मजदूरों का विरोध और भी तेज होगा.