सरायकेलाः झारखंड विद्युत वितरण निगम की ओर से बेहतर बिजली व्यवस्था के साथ बिजली तारों के अंडर ग्राउंड केबलिंग की योजना अब दिन-ब-दिन लेट लतीफ हो रही है. इस योजना के लेट लतीफी का खामियाजा अब बिजली के उपभोक्ताओं को ही उठाना पड़ रहा है.
दरअसल विद्युत व्यवस्था सुदृढ़ के साथ पुरानी व्यवस्था के जीर्णोधार करने के उद्देश्य से बिजली के पुराने तारों को बदलने के साथ बिजली के हाई टेंशन लाइन को भूमिगत किए जाने की योजना विभाग ने बनाई थी. 2 साल पहले शुरू हुआ यह योजना अब तक पूरा नहीं हो पाया है. वहीं इस योजना के लंबित होने का खामियाजा विभाग के साथ आम उपभोक्ताओं को भी उठाना पड़ रहा है. लंबित हुए इस योजना को जल्द पूरा करने के लिए अब बिजली विभाग लोगों के घरों की बत्ती गुल कर दे रहा है, जो कि लोगों के लिए भारी परेशानी का सबब भी साबित हो रहा है.
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एजेंसी के ढुलमुल रवैया के कारण लंबित हुई है योजना
बताया जा रहा है कि करोड़ों की योजना निजी एजेंसियों के ढुलमुल रवैया के कारण अब तक लंबित है. इस संबंध में जानकारी देते हुए बिजली विभाग के अधीक्षण अभियंता हिमांशु कुमार ने बताया कि योजना को पूरा करने के उद्देश्य से पहले चरण के कार्य को आगामी 12 दिनों के अंदर पूरा किया जाएगा. इसे लेकर अगले 12 दिनों तक रोजाना 5 घंटे बिजली काटी जाएगी. इस दौरान 33 केवीए लाइन से जुड़े सभी विद्युत उपकेंद्र बंद रहेंगे. वहीं इन्होंने बताया कि पूर्व के एजेंसी की ओर से तय समय पर कार्य नहीं किए जाने के कारण ही यह योजना लंबित है. साथ ही नए सिरे से एजेंसी को बहाल कर फिर से योजना को पूरा किए जाने का कार्य प्रगति पर है.
आम लोग भुगत रहे खामियाजा
बिजली विभाग की ओर से योजना के कार्य को पूरा किए जाने को लेकर रोजाना बिजली काटे जाने से आम लोगों में भारी नाराजगी देखी जा रही है. स्थानीय लोगों का कहना है कि यह कार्य जब पूर्व से ही विलंब चल रहा है तो इसे गर्मी के बाद हैं करना चाहिए. यानी विलंब हुए योजना को भले कुछ दिन और विलंब किया जाए लेकिन आम लोगों को परेशान ना किया जाए. लेकिन विभाग के अधिकारी शायद इससे इत्तेफाक नहीं रखते.