रांची: राज्य निर्वाचन आयोग त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव कई चरणों में कराने की तैयारी कर रहा है जिससे शांतिपूर्ण एवं निष्पक्ष चुनाव संपन्न हो सके. जानकारी के मुताबिक पांच से सात चरणों में राज्य में पंचायत चुनाव होने की संभावना है. मतदान पर्व त्यौहार के बाद कराने का विचार हो रहा है.
ये भी पढ़ें-पंचायत चुनाव की घोषणा से पहले तैयारियों में जुटा जिला प्रशासन, उपायुक्त ने की पदाधिकारियों के साथ बैठक
गैरदलीय आधार पर होनेवाले पंचायत चुनाव की सरकार की ओर से औपचारिकता अक्टूबर के अंत तक पूरे कर लिए जायेंगे. जिसके बाद राज्य निर्वाचन आयोग चुनाव की तारीखों का ऐलान करेगा. ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री आलमगीर आलम ने कहा है कि सारी तैयारियां पूरी हो चूकी है और कैबिनेट से पास कराकर राज्यपाल के पास प्रस्ताव भेजा जाएगा. चुनाव हर हाल में 31 दिसंबर 2021 तक करा लिए जायेंगे.
शहरी और पंचायत चुनाव को लेकर राजनीतिक दलों ने की तैयारी शुरू
इधर पंचायत चुनाव को लेकर राजनीतिक दलों ने तैयारियां शुरू कर दी है. यह चुनाव भले ही गैरदलीय आधार पर हो रहा हो, मगर राजनीतिक दलों ने अप्रत्यक्ष रुप से इसमें भागीदारी निभाने की तैयारी की है. सत्तारूढ़ दल कांग्रेस, झामुमो और राजद ने अपने समर्थित उम्मीदवारों को हरसंभव सहयोग करने का निर्णय लिया है.
कांग्रेस नेता शमशेर आलम ने कहा कि पंचायत और शहरी निकाय चुनाव में पार्टी अपने समर्थित उम्मीदवार को समर्थन करेगी और विकास कार्यो को लेकर जनता के बीच जायेगी. विपक्षी दल बीजेपी ने शहरी निकायों में अध्यक्ष, उपाध्यक्ष के चुनाव को गैरदलीय आधार पर कराने के फैसले की आलोचना करते हुए कहा है कि इससे धन-बल के आधार पर लोग चुनाव जीतेंगे. पंचायत चुनाव में भी पार्टी ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लेने का फैसला किया है.
ये भी पढ़ें-Jharkhand Panchayat Election: जल्द हो सकता है तारीखों का ऐलान, पांच से सात चरणों में हो सकता है चुनाव
राज्य में तीसरी बार बनेगी गांव की सरकार
झारखंड में काफी जद्दोजहद के बाद वर्ष 2000 में पहली बार त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव संपन्न हुए. तत्पश्चात 2015 में एक बार फिर गांव की सरकार बनी जिसमें राज्यभर में 4,402 मुखिया, 545 जिला परिषद सदस्य, 5,423 पंचायत समिति सदस्य, 54,330 ग्राम पंचायत सदस्यों का निर्वाचन हुआ था. वर्तमान में झारखंड में कुल 32,660 गांव हैं जिसमें निर्वाचित जनप्रतिनिधियों का कार्यकाल दिसंबर 2020 में ही समाप्त हो चुका है. पंचायत चुनाव नहीं होने से राज्य सरकार को 15वें वित्त आयोग से प्राप्त होने वाली राशि से वंचित होना पड़ेगा. इसलिए राज्य सरकार हर हाल में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव जल्द से जल्द कराना चाह रही है.
इन नगर निकाय क्षेत्र में चुनाव की है तैयारी
राज्य में धनबाद, बोकारो, देवघर, मेदनीनगर, गढ़वा, पश्चिम सिंहभूम, गिरिडीह, कोडरमा, गोड्डा, गुमला, सरायकेला- खरसावां, रामगढ़, हजारीबाग, चतरा जिला में पूर्ण चुनाव या उपचुनाव होना है. धनबाद, चास, देवघर में मेयर, डिप्टी मेयर सहित पूरे वार्ड का चुनाव होंगे. गिरिडीह में मेयर तथा वार्ड संख्या 9 के पार्षद के लिए उपचुनाव होगा. हजारीबाग निगम के डिप्टी मेयर, चाईबासा नगर परिषद, मधुपुर नगर परिषद के अध्यक्ष के लिए मतदान होना है इसके अलावा मझगांव कोडरमा विश्रामपुर महागामा चक्रधरपुर नगर परिषद का चुनाव होगा. इसके साथ साथ रामगढ़ और सरायकेला में नगर पंचायत के वार्ड सदस्यों के लिए रिक्त पदों के भी चुनाव होंगे.
बहरहाल चुनावी सरगर्मी के बीच राज्य निर्वाचन आयोग ने नगर निकाय और पंचायत चुनाव को लेकर तैयारी पूरी कर ली है. संभावना यह है कि सभी औपचारिकता पूरी कर नवंबर के पहले सप्ताह में चुनावी डुगडुगी बज जाय जिससे 31 दिसंबर तक राज्य में गांव की सरकार गठित हो जाए.