रांची: झारखंड बीजेपी इन दिनों बदलाव के दौर से गुजर रही है. बाबूलाल मरांडी को बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष का कमान सौंपे जाने के बाद पार्टी में नये सिरे से प्रदेश कमिटी और जिलों की टीम बनाने की तैयारी की जा रही है. संभावित बदलाव को देखते हुए बाबूलाल मरांडी के नेतृत्व में बनने वाली बीजेपी प्रदेश कमिटी में स्थान बनाने के लिए इन दिनों बीजेपी प्रदेश कार्यालय में नेताओं का जमावड़ा लग रहा है. नये प्रदेश अध्यक्ष के स्वागत के बहाने गणेश परिक्रमा में लगे कार्यकर्ता-नेता अपना चेहरा प्रदेश अध्यक्ष तक एक बार जरूर दिखाना चाहते हैं.
झारखंड बीजेपी की नयी टीम जल्द, संगठन में जगह बनाने में जुटे नेता - बाबूलाल मरांडी
झारखंड बीजेपी में बदलाव होने जा रहा है. ऐसी संभावना जताई जा रही है. इसे लेकर बीजेपी के अंदर नेताओं और कार्यकर्ताओं में कयास भी लगने शुरू हो गए हैं. नेता और कार्यकर्ता भी पार्टी में पद पाने की इच्छा में प्रदेश अध्यक्ष को लुभाने में लगे हैं.
वे बताना चाहते हैं कि वो भी संगठन की जिम्मेदारी संभालने के लिए तैयार हैं. इन कार्यकर्ता-नेताओं में सर्वाधिक संख्या झाविमो से बीजेपी में शामिल हुए लोगों की है, जिनमें जबरदस्त उत्साह देखा जा रहा है. संगठन के अंदर होने वाले फेरबदल से वैसे नेता और कार्यकर्ता जो लंबे समय से संगठन में किसी ना किसी पद को संभाल रहे थे, वे कहीं ना कहीं अपने भविष्य को लेकर चिंतित हैं.
प्रदेश से लेकर जिला टीम में होगा बदलाव:झारखंड बीजेपी की नई टीम अगले महीने यानी अगस्त में बनने की संभावना है. इसमें प्रदेश से लेकर जिला स्तर पर फेरबदल की उम्मीद जताई जा रही है. जानकारी के मुताबिक, प्रदेश स्तर पर बनने वाली कमिटी में युवा और महिलाओं को तरजीह देने की तैयारी है. वहीं सामाजिक और जातिगत समीकरण को ध्यान में रखते हुए पार्टी के द्वारा नेताओं का समावेश किया जाएगा. प्रदेश अध्यक्ष के अलावा पार्टी में महत्वपूर्ण पद महामंत्री की होती है, जिस पर सबकी नजरें टिकी हुई हैं.
'पार्टी के अंदर होता है सामूहिक निर्णय': पिछले तीन बार से महामंत्री का पद संभाल रहे बालमुकुंद सहाय कहते हैं कि पार्टी के अंदर सामूहिक निर्णय होता है. किन्हें कौन सी जिम्मेदारी दी जाएगी, इसे सभी मिलकर तय करते हैं. कांके के पूर्व विधायक और बीजेपी नेता डॉ जीतू चरण राम कहते हैं कि बदलाव में ऐसा नहीं होता है कि पूरी तरह से टीम को ही बदल दिया जाता है. बल्कि इसका ध्यान जरूर रखा जाता है कि किसकी क्षमता किस तरह की है. उसी आधार पर उन्हें जिम्मेदारी भी दी जाती है.