रांचीःझारखंड सरकार (Jharkhand government) गिराने को लेकर साजिश मामले की पुलिस जांच तेज हो गई है. इसके साथ ही राज्य में सियासत भी गरमाई हुई है. कांग्रेस पार्टी के वरीय नेता अपने नाराज विधायकों से बातचीत कर नाराजगी दूर करने में जुटे हैं. वहीं, सत्ताधारी पार्टियां और विपक्षी एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रही है.
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बुधवार को कांग्रेस विधायक नमन विक्सल कोंगाड़ी ने कहा कि उन्हें बीजेपी की ओर से प्रलोभन दिया गया था. इसकी जानकारी मुख्यमंत्री के साथ-साथ कांग्रेस पार्टी के सभी वरीय नेताओं को दी थी. इसके बाद ही बीजेपी की साजिश का पर्दाफाश हुआ है. उन्होंने कहा कि अब बीजेपी दुबारा सरकार गिराने की साजिश नहीं करेंगी.
बीजेपी सरकार गिराने में रही नाकाम
कांग्रेस के बाद झामुमो और माले नेताओं ने बीजेपी पर साजिश रचने का आरोप लगाते हुए हमला किया है. उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश और कर्नाटक की तरह बीजेपी झारखंड में भी सरकार गिराना चाहती थी, जिसमें नाकाम हुई है. माले विधायक विनोद कुमार सिंह ने कहा कि ये बीजेपी का इतिहास रहा है. उन्होंने कहा कि रघुवर सरकार में भी जेवीएम के कई विधायक को शामिल कराकर दल बदल किया था. वहीं, झारखंड मुक्ति मोर्चा के मनोज पांडे ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की लोकप्रियता को देखकर बीजेपी ने सरकार गिराने की यह साजिश रची, जिसमें बीजेपी नाकाम रही. उन्होंने कहा कि विधायक खरीद-फरोख्त मामले की जांच पुलिस कर रही है और शीघ्र खुलासा भी हो जाएगा.