रांची: रामनवमी जुलूस के दौरान लोहरदगा में हुई हिंसक वारदात में स्लीपर सेल का हाथ होने के खुलासे के बाद झारखंड की राजनीति का तापमान बढ़ गया है. एसडीओ अरविंद कुमार लाल के इस बयान पर बीजेपी सरकार को घेरने में लग गई है.
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भाजपा प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने इसे गंभीर बताते हुए कहा है कि हमलोग पहले से ही कहते आ रहे हैं कि लोहरदगा में बंगलादेशी घुसपैठिए हैं और अब तो एसडीओ के बयान में स्लीपर सेल के होने के खुलासे पर सरकार को इसे गंभीरता से लेनी चाहिए. उन्होंने मामले की गंभीरता को देखते हुए पूरे प्रकरण की सीबीआई से जांच कराने की मांग की है. उन्होंने कहा कि चुकि स्लीपर सेल के तार कई राज्यों से जुड़े होते हैं, इसलिए सरकार को इसमें बिना देरी किए सीबीआई से जांच करानी चाहिए.
बचाव में उतरी कांग्रेस-झामुमो: लोहरदगा में सांप्रदायिक हिंसा में स्थानीय एसडीओ द्वारा स्लीपर सेल के हाथ होने की बात सामने आने के बाद सत्तारूढ़ दलों की ओर से सरकार का बचाव किया जा रहा है. कांग्रेस नेता शमशेर आलम ने स्लीपर सेल के हाथ होने संबंधी एसडीओ के बयान पर कहा है कि यदि जिला प्रशासन को यह मालूम हो गया है कि स्लीपर सेल का हाथ है तो इंटेलिजेंस अब तक क्या कर रहा था. जिला प्रशासन की ओर से वगैर जांच के इस तरह के बयान नहीं दिया जाना चाहिए था. यदि इसमें सच्चाई है तो अब तक कोई कार्रवाई क्यों नहीं की गई है.
इधर, सत्तारूढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा ने एसडीओ के बयान पर कहा है कि सरकार अभी जांच करा ही रही है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पूरे प्रकरण पर गंभीर हैं और जो भी दोषी पाए जायेंगे उन्हें बख्सा नहीं जायेगा. स्लीपर सेल वास्तविक में लोहरदगा में एक्टिव है या नहीं यह जांच के बाद ही पता चलेगा. जांच पूरी होने के बाद सरकार इसका खुलासा करेगी. गौरतलब है कि पिछले दिनों रामनवमी जुलूस के दौरान लोहरदगा में सांप्रदायिक हिंसा हुई थी जिसमें एक की मौत इलाज के दौरान हो गई थी और कई लोग गंभीर रुप से घायल हो गए थे.