रांचीः झारखंड सरकार की ओर से आए दिन वरीय अधिकारियों से लेकर छोटे पदाधिकारियों तक बड़े पैमाने पर तबादले किए जा रहे हैं. स्थिति यह है कि कुछ ऐसे भी अधिकारी हैं, जिनका तबादला 48 घंटा में दुबारा कर दिया गया. इतना ही नहीं ट्रांसफर के बाद उन्हें पोस्टिंग के लिए भी इंतजार करना पड़ता है. इस ट्रांसफर-पोस्टिंग से राज्य की राजनीति गरमा गई है. भाजपा और कांग्रेस ने एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाना शुरू कर दिया है.
क्या कहते हैं भाजपा और कांग्रेंस के नेता यह भी पढ़ेंःरघुवर दास से जुड़े हॉर्स ट्रेडिंग मामले में फैसला सुरक्षित, पीसी एक्ट जोड़ने पर 7 जून को निर्णय सुनाएंगे जज
राज्य सरकार की ओर से लगातार किए जा रहे तबादला पर विपक्षी पार्टी बीजेपी ने तबादला उद्योग चलाने का आरोप लगाया है. बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता प्रदीप सिन्हा ने सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए कहा कि सरकार को ट्रांसफर-पोस्टिंग करने का अधिकार है, लेकिन नोटिफिकेशन जारी होने के बाद तत्काल नोटिफिकेशन बदल दिया जाता है. इससे सरकार की छवि खराब होती है. उन्होंने कहा कि पर्दे के पीछे से खेल चल रहा है.
कांग्रेस का बीजेपी पर तंज
कांग्रेस प्रवक्ता किशोरनाथ शाहदेव ने बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा है कि बीजेपी विपक्ष की भूमिका सही ढंग से निभा रही है जिससे हर चीज को नकारात्मक सोच के साथ बोलती है. उन्होंने कहा कि सरकार की जिम्मेदारी है किस अधिकारी को कहां तैनात किया जाए. उन्होंने कहा कि अधिकारियों की कार्यकुशलता को ध्यान में रखकर सरकार निर्णय लेती है. इससे भाजपा को संशय नहीं होना चाहिए.