रांचीःराजधानी के ओरमांझी में गला काटकर की गई चर्चित सूफिया हत्याकांड का पुलिस ने आखिरकार खुलासा कर लिया. घटना को अंजाम देने वाले शेख बेलाल को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. वह एक ऑटो में सवार होकर भाग रहा था. उसी दौरान पुलिस ने घेरकर सिकिदिरी के कुटे गांव से गिरफ्तार किया. बेलाल के अलावा एक अन्य आरोपी को भी हिरासत में लिया गया है. इस हत्या में उसकी भूमिका का पता लगाया जा रहा है.
इसे भी पढ़ें-हेमंत सरकार में जन वितरण प्रणाली व्यवस्था हुई चौपट, टेंडर में भी हुआ घोटाला: नवीन जायसवाल
क्राइम सीन करवाया गया री-क्रियेट
पुलिस ने बेलाल से पूरी घटना का सीन रीक्रिएट करवाया. बेलाल को पुलिस वहां लेकर गई, जहां सुफिया की हत्या की गई थी. वहां से सिर को गाड़ने वाली जगह पर भी पुलिस लेकर गई. घटना के हर स्टेप का पुलिस ने सीन रीक्रिएशन करवाया. सीन रीक्रिएट करवाने ग्रामीण एसपी नौशाद आलम, डीएसपी मुख्यालय वन नीरज कुमार, डीएसपी चंद्रशेखर आजाद सहित अन्य एसआईटी में शामिल अन्य पुलिसकर्मी और अधिकारी शामिल थे.
ठिकाना बदल-बदलकर रह रहा था बेलाल
हत्या का आरोपी शेख बेलाल की पहचान होने के बाद ठिकाना बदल-बदल कर रह रहा था. वह अखबार और टीवी के माध्यम से पुलिस की गतिविधियों पर नजर रख रहा था. बुधवार को वह ओरमांझी थाना क्षेत्र के पांचा गांव में अपने एक दोस्त के घर पर रुका था. वहां से निकलने के लिए एक ऑटो में सवार होकर भाग रहा था. इसकी गुप्त सूचना एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा को मिलने के बाद ही बेलाल को दबोच लिया गया.
पुलिस ने की थी इनाम की घोषणा
युवती का सिर कटा शव मिलने के बाद पुलिस ने सिर खोजने वाले को 5 लाख का इनाम देने की घोषणा की थी. बीते तीन जनवरी को ओरमांझी के जंगल में युवती का सिर कटा शव बरामद हुआ था. काफी मशक्कत के बाद पुलिस ने युवती के सिर को बरामद किया था. घटनास्थल पर स्निफर डॉग को भी ले जाया गया था.
डीएनए रिपोर्ट का है इंतजार
तीन जनवरी को जीरावार पलाश पतरा जंगल में युवती का सिर कटा शव बरामद किया गया था. चान्हो के चटवल में रहने वाले सुफिया के माता-पिता से डीएनए मैच कराने की प्रक्रिया जारी है. रिपोर्ट आने के बाद ही सुफिया की स्पष्ट पहचान होगी. इसके बाद उसका शव परिजनों को सौंपा जाएगा. युवती का सिर खोजने के लिए 400 पुलिसकर्मियों को जंगल में लगाया गया था. पुलिस मुख्यालय की ओर से पुलिस को मात्र 15 दिन का ही समय मिला था, लेकिन पुलिस ने 12 दिन के अंदर ही पूरे मामले का खुलासा करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया. युवती का शव मिलने के बाद लोग आक्रोशित हो गए थे. इसी मामले में रांची के किशोरगंज चौक पर प्रदर्शन कर रहे लोगों ने सीएम हेमंत सोरेन का काफिला रोकने की कोशिश की थी.
अब तक का घटनाक्रम
- 3 जनवरीः ओरमांझी थाना क्षेत्र के जीराबार पलाश पतरा जंगल सिर कटा युवती का शव बरामद हुआ था.
- 4 जनवरी:एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा ने युवती और अपराधियों की सूचना देने वाले को 25 हजार इनाम देने की घोषणा की थी.
- 5 जनवरी: आईजी अखिलेश कुमार झा ने इनाम राशि बढ़ाकर 50 हजार रुपये कर दी थी
- 6 जनवरी: पुलिस ने युवती के स्वाब और नाखून को एफएसएल के लिए भेजा था.
- 7 जनवरी: पुलिस ने घटनास्थल की जांच एफएसएल टीम से कराई और युवती की सिर खोजने के लिए सर्च अभियान चलाया.
- 8 जनवरी: एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा ने युवती के कटे हुए सिर की तलाश के लिए सर्च अभियान चलाया और इनाम राशि 50 हजार से बढ़ाकर पांच लाख कर दिया गया.
- 10 जनवरी: चान्हाे थाना क्षेत्र के चटवल गांव के रहने वाले एक दंपती ने युवती को अपनी बेटी बताकर दावा किया.
- 11 जनवरी: रांची पुलिस ने मुख्य आरोपी शेख बिलाल को हत्या का आरोपी बताकर उसकी तस्वीर जारी की.
- 12 जनवरी: शेख बेलाल के खेत से रांची पुलिस ने युवती का कटा हुआ सिर बरामद किया.
- 14 जनवरी: आरोपी शेख बेलाल को पुलिस ने सिकिदरी रोड से गिरफ्तार किया.
- 14 जनवरी: आरोपी शेख बेलाल को लेकर पुलिस घटनास्थल पर गई, जहां पूरी क्राइम सीन रीक्रिएट करवाया.