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ई-पास बनाने में फर्जीवाड़े की पुलिस ने शुरू की जांच, साइबर सेल भी कर रही पड़ताल

झारखंड में स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह के दौरान ई-पास बनाने में फर्जीवाड़ा सामने आया है. पुलिस और साइबर सेल इस मामले की जांच कर रही है.

fraud in making e-pass in jharkhand
झारखंड में ई-पास में फर्जीवाड़ा

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Published : May 20, 2021, 11:01 PM IST

रांची:स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह के दौरान ई-पास बनाने को लेकर हो रहे फर्जीवाड़े की पुलिस ने जांच शुरू कर दी है. गुरुवार को परिवहन सचिव केके सोन ने इस मामले में जांच का आदेश जारी किया है. इसके बाद रांची एसएसपी को पत्र भेज जांच के लिए आदेशित किया गया. मामले में रांची साइबर सेल जांच कर रही है.

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क्या है पूरा मामला?

बता दें कि खूंटी विधायक नीलकंठ सिंह मुंडा ने बुधवार को दो ई-पास शेयर किये थे जिसमें स्थान की जगह बाबा का ढाबा और कभी खुशी कभी गम शेयर किया गया था. मोबाइल नंबर और गाड़ी का नंबर भी गलत डाला गया था. परिवहन विभाग ने अब तक 5 ई-पास में फर्जीवाड़ा पकड़ा है. साइबर सेल इस मामले में आईपी एड्रेस के जरिये फर्जीवाड़ा करने वाले तक पहुंचने की कोशिश में लगी है.

कैसे बने पास?

एक व्यक्ति ने पास (परमिट का क्रमांक e-PASSJH/756714/2021) बनाने के दौरान मोबाइल नंबर की जगह पर लिखा-1234567899 जबकि वाहन संख्या की जगह Aby27290 लिखा है. वहीं स्थान की वैधता में लिखा है-कभी खुशी कभी गम. गिरिडीह झारखंड से बाबा का ढाबा, नई दिल्ली यात्रा का प्रयोजन में शादी और पहचान पत्र संख्या में गलत नंबर डाला हुआ है लेकिन इसके बावजूद ई-पास बन कर तैयार हो जा रहा है.

एक पास बनाने वाले ने तो हद ही कर दिया है. उसने पास में अपना नाम पटेल बाबू लिखा है जबकि अपने वाहन का नंबर AB01CD2345 डाला हुआ है. सबसे हैरत भरा तो पटेल बाबू का मोबाइल नंबर है. मोबाइल नंबर की जगह 1234567890 लिख दिया गया है. गंतव्य स्थान पर लिखा है-यहां वहां जहां तहां. इन सब के बावजूद इस व्यक्ति का ई-पास जारी कर दिया गया है.

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