रांची:राजधानी रांची में एक बार फिर से बिजली संकट गहरा गया है. महापर्व छठ के दूसरे दिन से ही लोगों को लोड शेडिंग की समस्या से जूझना पड़ रहा है (Power Crisis In Ranchi). मंगलवार की सुबह से भी राजधानी के कई इलाकों में बिजली नहीं होने के कारण समस्याओं का सामना करना पड़ा. कई इलाके में बिजली नहीं होने के कारण लोगों को पानी की भी परेशानी हुई.
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राजधानी रांची की बात करें तो प्रतिदिन ढाई सौ से तीन सौ मेगावाट बिजली की खपत है. लेकिन टीवीएनएल में खराबी के कारण और सेंट्रल पूल से आपूर्ति नहीं मिलने के कारण समस्या बढ़ गई है. रांती को करीब 120 मेगावाट कम बिजली मिल रही है. इसके कारण कई इलाके में 4 से 7 घंटे तक की लोड शेडिंग करनी पड़ रही है. रांची के ग्रामीण क्षेत्रों में देर रात तक पावर कट की समस्या देखने को मिली. सिल्ली, मांडर, ओरमांझी जैसे क्षेत्रों में कई घंटे बिजली गुल रहने से लोग परेशान रहे.
वहीं, रांची के शहरी इलाके गाड़ी गांव, कोकर, बूटी मोड़, धुर्वा, हटिया जैसे मोहल्ले में भी लोड शेडिंग की समस्या से जूझना पर रहा है. रांची में बिजली आपूर्ति के लिए रोज हटिया ग्रिड को 112 मेगावाट, नामकुम ग्रिड को 108 मेगावाट और कांके ग्रिड को 80 मेगावाट बिजली की जरूरत पड़ती है जो नहीं मिल पा रही है. जिसके कारण लोड शेडिंग करनी पड़ रही है.
रांची सहित राज्य के विभिन्न जिलों में 5 से 6 घंटे तक बिजली कटी रहती है. बिजली की आंखमिचौली से लोग जहां परेशान हैं वहीं व्यवसायी वर्ग को भी काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. दुकानदारों की मानें तो वेट मशीन का बैट्री डिस्चार्ज होने से केवल पैकेट की चीजों को बेचना मजबूरी बन गई है. दुकानदारों का कहना है सरकार समस्या को लेकर गंभीर नहीं है इसलिए यहां के ये हाल है. दुकानदारों ने सरकार से जल्द से जल्द बिजली की व्यवस्था दुरूस्त करने की मांग की है.