रांची: राजधानी की सड़कों पर फुटपाथी दुकानदार अपनी दुकान नहीं सजाये. इसको लेकर कई जगहों पर वेंडिंग मार्केट बनाए गए और फुटपाथ दुकानदारों को वेंडिंग मार्केट में शिफ्ट किया गया. लेकिन वेंडिंग मार्केट बनने के बावजूद फुटपाथ दुकानदार सड़कों पर ठेला खोमचा लगाकर सामान बेच रहे हैं. स्थिति यह है कि रोजाना लोग जाम की समस्या (Traffic system in Ranchi) से परेशान हो रहे हैं.
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रांची नगर निगम ने साल 2016 में सर्वे कराया और जरूरत के हिसाब से वेंडिंग मार्केट बनाने की योजना बनाई. इस योजना के तहत मार्केट बनाई गई और फुटपाथ दुकानदारों को मार्केट में शिफ्ट भी किया गया. लेकिन आज में सड़क किनारे अतिक्रमणकारी दुकान संचालत कर रहे हैं. उप महापौर संजीव विजयवर्गीय बताते हैं कि रांची में वेंडरों को जगह और दुकान मुहैया कराने के लिए चार वेंडर मार्केट बनाए गए, ताकि शहर की ट्रैफिक व्यवस्था सुदृढ़ रहे. लेकिन वेंडर मार्केट में दुकान मिलने के बावजूद लोग सड़कों पर अतिक्रमण कर रहे हैं. इन अतिक्रमणकारियों की वजह से जाम की समस्या बरकरार है.
उप महापौर ने बताया कि जाम की समस्या को देखते हुए बैठक आयोजित की गई. इस बैठक में निर्णय लिया गया कि जिन फुटपाथ दुकानदार को मार्केट में दुकान मिला है, वह सड़क पर अतिक्रमण किया है तो वैसे लोगों पर कार्रवाई की जाए. फुटपाथ दुकानदार संघ की सदस्य अनीता दास कहती हैं कि झारखंड में फुटपाथ पर दुकान करने वाले लोगों की संख्या 30 हजार हैं, जिससे लगभग डेढ़ लाख लोगों का पालन पोषण हो रहा है. उन्होंने कहा कि फुटपाथ दुकानदारों के लिए वेंडर मार्केट बनाए गए. लेकिन मार्केट पर्याप्त नहीं है.
बता दें कि फुटपाथ दुकानदारों के लिए साल 2016 में वेंडर कमेटी का गठन किया गया. इस कमेटी में नगर आयुक्त, यातायात एसपी और फुटपाथ दुकानदार के कई सदस्य शामिल हैं. लेकिन फुटपाथ दुकानदारों से जुड़ी जो भी निर्णय लिए जा रहे हैं, वह निर्णय कमेटी में विचार विमर्श किए बिना लिये जा रहे हैं. इससे फुटपाथ दुकानदार वेंडर मार्केट में शिफ्ट नहीं होना चाहते हैं. स्थिति यह है कि सबसे ज्यादा जाम की समस्या मेन रोड, शास्त्री मार्केट, कचहरी, कोकर से लालपुर आदि इलाकों में बनी हुई है.