रांचीः राष्ट्रपति पद के चुनाव के समय क्रॉस वोटिंग से लेकर पिछले दिनों कोलकाता में तीन कांग्रेसी विधायक के पास से मिली बड़ी रकम (MLAs getting caught in cash scandal), सरकार गिराने की साजिश रचने का आरोप, प्राथमिकी और फिर एक और विधायक का भाजपा के नेताओं के साथ फोटो वायरल होने के बाद झारखंड कांग्रेस के आम कार्यकर्ता हतप्रभ और सदमे (unhappy Congress Party workers) में हैं.
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बीते महीने के घटनाक्रम में झारखंड कांग्रेस को एक के बाद एक कई भीतरी घाव मिले हैं, जिससे पार्टी में हलचल (stir in jharkhand congress) है. क्रॉस वोटिंग, कैश कांड और बीजेपी नेता से कांग्रेस विधायक की मुलाकात की तस्वीर. इससे पार्टी के आम कार्यकर्ता का मनोबल गिरा है. ईटीवी भारत ने उन कार्यकर्ताओं बात की और पूरे प्रकरण पर उनकी क्या सोच है, यह जानने समझने की कोशिश की. कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बातचीत में बताया कि जिन्होंने 16 वर्ष से बिना किसी लाभ के पार्टी का साथ दिया, जिसे पार्टी ने टिकट दिया उसे दिन रात एक कर विधायक बनाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी. लेकिन आज वो ऐसा क्यों कर रहे हैं ये आम कार्यकर्ता की सोच से परे है. उन्होंने कहा कि अपने विधायकों के कृत्य से वो खुद को ठगा महसूस कर (workers unhappy due to Congress MLAs caught) रहे हैं और कांग्रेस को इसका नुकसान राज्य में जरूर उठाना पड़ेगा.
16 वर्ष से कांग्रेस से जुड़े आदिवासी युवा ब्रज किशोर महली कहते हैं कि पिछले कुछ दिनों में जो घटनाएं हुई है, वो काफी तकलीफदेह है. वो कहते हैं कि उनके जैसे कार्यकर्ताओं को समझ नहीं आ रहा है कि वह क्या करें और क्या नहीं करें. 12 वर्ष से कांग्रेस कार्यकर्ता के रुप में काम कर रहे किशोरगंज के आशुतोष कुमार पाठक कहते हैं कि कार्यकर्ता सिर्फ यही सोच रहे हैं कि वह सिर्फ ठगे जा रहे हैं, जो स्थिति कांग्रेस में बनी है वो शर्मनाक है. आशुतोष कुमार पाठक कहते हैं कि उनके जैसा लाखों कार्यकर्ता इससे मर्माहत हैं. उन्होंने कहा कि विधायक ऐसा क्यों करते हैं वह तो उनका व्यक्तिगत मामला है पर पार्टी ने उन्हें मान सम्मान दिया इसका लिहाज रखना चाहिए था. वहीं अरुण श्रीवास्तव ने कहा कि स्थिति दुर्भाग्यपूर्ण है और आगे का रास्ता हाईकमान को निकालना है.
झारखंड कांग्रेस के कुछ विधायकों के व्यवहार और हरकत को लेकर आम कार्यकर्ताओं को दर्द और तकलीफ होना स्वाभाविक है. झारखंड कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा कि एक विधायक तैयार करने में कार्यकर्ता खून पसीना बहाते हैं. ऐसे में अगर माननीय ऐसी हरकत करते हैं तो सबसे ज्यादा ठेस कार्यकर्ताओं को ही लगता है. उन्होंने कहा कि आगे आने वाले वक्त में क्या होता है यह देखने वाली बात होगी.