रांची: अपने आप को गरीबों का मसीहा कहने वाले नक्सलियों ने एक गरीब किसान के बेटे की जान ले ली. अपनी कायराना हरकत से नक्सलियों ने तीन मासूमों को अनाथ कर दिया. लोहरदगा में शहीद हुए जवान दिलेश्वर प्रसाद की पत्नी और बच्चों के रूदन के आगे भगवान भी रो दिए. उनके श्रद्धांजलि के दौरान जमकर बारिश हुई.
इसे भी पढे़ं:लोहरदगा में IED ब्लास्ट में शहीद जवान को राजधानी में दी गई श्रद्धांजलि, CM और DGP रहें मौजूद
रुदन से सभी आंखें हुई नम
रोते बिलखते इन मासूमों के सर से उनके पिता का साया उठ चुका है. गरीबों का हिमायती बताने वाले नक्सलियों ने उनके पिता को हमेशा के लिए जुदा कर दिया. लोहरदगा में आईईडी ब्लास्ट में गुमला के रहने वाले जवान दुलेश्वर प्रसाद वीरगति को प्राप्त हुए. रांची के जैप वन ग्राउंड में झारखंड के मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव, डीजीपी सहित पुलिस के आला अधिकारियों ने शहीद को श्रद्धांजलि दी, लेकिन जैसे ही शहीद का परिवार जैप ग्राउंड पहुंचा. वहां उनकी चित्कार सुनकर सभी की आंखें नम हो गई. शहीद दुलेश्वर की पत्नी रेखा देवी की चित्कार सुनकर मौके पर मौजूद लोगों के आंखों से भी आंसू निकल गए. शहीद दिलेश्वर के 6 वर्षीय बेटे शिवांश को कुछ समझ में नहीं आ रहा था कि आखिर उनके पिता क्यों ताबूत में बंद हैं. वह हैरान भरी नजरों से सबको देख रहा था. वहीं 13 वर्षीय बेटा सत्यम और 12 वर्षीय बेटी सत्यवती को यह अनुमान हो गया था, कि उनके पिता का साया उनके सर पर हमेशा के लिए उठ गया है. दोनों का रो रो कर बुरा हाल था. मौके पर मौजूद पुलिस अधिकारियों ने शहीद के परिजनों को ढांढस बंधाया और यह भरोसा दिलाया कि उनके हर सुख दुख में झारखंड पुलिस उनके साथ है.
शहीद के परिवार के साथ है पुलिस: डीजीपी
मौके पर मौजूद झारखंड के डीजीपी नीरज सिन्हा ने बताया कि पुलिस महकमा शहीद के परिजनों के साथ है, पुलिस नक्सलियों को करारा जवाब देगी, इसके लिए इलाके में अभियान चलाया जा रहा है. वहीं डीजीपी ने बताया कि शहीद के एक आश्रित को नौकरी दी जाएगी, वहीं पूरे जीवनकाल का वेतन, बीमा की रकम समेत अन्य बाकी लाभ शहीद के परिजनों को तुरंत मिले इसके लिए आदेश जारी कर दिया गया है.