रांचीः राज्य में डेंगू का प्रकोप लगातार जारी है. राजधानी रांची के रिम्स अस्पताल में डेंगू मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है. रिम्स में डेंगू मरीजों के लिए आइसोलेटेड वार्ड बनाया गया है. इस वार्ड में कुल 36 मरीजों की ही व्यवस्था की गई है, लेकिन लगातार बढ़ रहे डेंगू के प्रकोप से 50 से ज्यादा मरीज भर्ती हुए हैं. हालात ये हो गए हैं कि उनका इलाज जमीन में ही गद्दे डालकर करना पड़ रहा है.
जमीन पर हो रहा मरीजों का इलाज
डेंगू वार्ड की सिस्टर इंचार्ज रामरेखा का कहना है कि अस्पताल में लगातार मरीजों की संख्या बढ़ रही है, जिससे परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. जैसे ही बेड खाली हो रहे हैं, उस हिसाब से मरीजों को बेड मुहैया कराया जा रहा है. कम बेड होने के कारण जमीन पर इलाज करना पड़ रहा है. वहीं, नर्सों और डॉक्टरों के कमी के कारण अस्पताल प्रबंधन बेहतर इलाज करने में भी असक्षम दिख रही है. बेड नहीं मिलने की वजह से हमें अपना इलाज जमीन पर ही करवाना पड़ रहा है.
रिम्स में 330 से ज्यादा मरीज
इस सीजन में डेंगू से ग्रसित मरीजों के रिम्स में भर्ती होने की संख्या 330 से भी ज्यादा आंकी जा रही है. राजधानी रांची के अलावा देवघर, गुमला, पलामू, कोडरमा सहित अन्य राज्यों से भी डेंगू के मरीज लगातार रांची के रिम्स अस्पताल पहुंच रहे हैं, जहां उनका इलाज किया जा रहा है.
पुलिस जवान भी हो रहे हैं डेंगू से ग्रसित
रिम्स के डेंगू वार्ड में आम मरीज के साथ-साथ पुलिस के जवान भी देखे गए. पुलिस के जवानों के बारे में डॉक्टर ने जानकारी देते हुए बताया कि जंगलों में गस्ती करने वाले जवानों को डेंगू का खतरा ज्यादा रहता है, क्योंकि जंगलों और गंदी जगहों पर डेंगू मच्छर ज्यादा पाए जाते हैं.