रांची: कोरोना को लेकर शुक्रवार की रात झारखंड के लिए बेहद सुकून देने वाली रात साबित हुई. जब पूर्वी सिंहभूम के एक कोरोना संक्रमित मरीज के ठीक होने के साथ ही राज्य में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या शून्य हो गयी. मार्च 2020 के बाद यह पहली बार हुआ कि राज्य कोरोना का एक भी संक्रमित एक्टिव केस नहीं है और फौरी तौर पर झारखंड कोविड 19 फ्री स्टेट (Jharkhand became Corona free state) बना है.
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झारखंड में मलेशिया की महिला में पहला कोरोना का मामला: झारखंड में 31 मार्च 2020 का वह मंगलवार दिन था. जब तब्लीगी जमात से जुड़ी एक मलेशियन महिला की Covid-19 जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आयी थी और तत्कालीन स्वास्थ्य सचिव नितिन मदन कुलकर्णी ने इसकी पुष्टि की थी.
झारखंड में कोरोना संक्रमितों की संख्या: 31 मार्च 2020 को पहला कोरोना संक्रमित केस मिलने के बाद से अब तक 04 लाख 42 हजार 567 लोग कोरोना वायरस से झारखंड में संक्रमित हो चुके हैं. इनमें से 5331 लोगों की कोरोना की वजह से मौत हो गयी. वहीं 04 लाख 37 हजार 236 संक्रमित लोग कोरोना को मात देकर ठीक हो गए. झारखंड में अभी कोरोना का 7डेज ग्रोथ रेट 00% है. वहीं 7डेज डबलिंग रेट 21 लाख 47 हजार 346 दिनों का है. राज्य में कोरोना का रिकवरी रेट 98.79% और मोर्टेलिटी रेट 1.20% है.
राज्य में कोरोना के कितने टेस्ट हुए :झारखंड की सरकार ने कोरोना से निपटने के लिए 3T यानि ट्रेसिंग,टेस्टिंग और ट्रीटमेंट को अपना हथियार बनाया. अब तक 02 करोड़ 29 लाख 27 हजार 18 सैंपल कोरोना जांच के लिए लिए गए. जिसमें से 02 करोड़ 29 लाख 25 हजार 373 सैंपल की जांच हुई. जांचे गए सैंपल में से 02 करोड़ 24 लाख 82 हजार 806 सैंपल निगेटिव आए. जबकि 04 लाख 42 हजार 567 सैंपल पॉजिटिव मिला.
कोरोना की दूसरी लहर काफी दर्दनाक:वैश्विक महामारी कोरोना के भले ही आज राज्य में एक भी एक्टिव केस नहीं है. लेकिन एक दौर ऐसा भी आया था जिसके ख्याल मात्र से ही रोंगटे खड़े हो जाते हैं. कोरोना वायरस के डेल्टा वैरिएंट की वजह से अचानक तेजी से राज्य में इतने केस बढ़े और वह भी जानलेवा लक्षणों के साथ कि देखते ही देखते अस्पताल में बेड से लेकर आक्सीजन तक कम पड़ने लगे. त्राहिमाम स्थिति में बड़ी संख्या में कोरोना लोगों की जान ले रहा था. श्मशान और कब्रिस्तान में जगह कम पड़ते जा रहे थे. वैसा क्षण भगवान किसी को दोबारा न दिखाएं इसकी कामना आज भी हर कोई करता है.
स्वास्थ्य मंत्री ने खुशी जाहिर की: स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता (Health Minister Banna Gupta) ने फोन पर ईटीवी भारत से बात करते हुए इस पल को बेहद सुखद और सुकून देने वाला बताते हुए कहा कि इसका सारा श्रेय दिन-रात की परवाह किये बिना जनता के लिए खुद को न्यौछावर कर देने का जज्बा रखने वाले वॉरियर्स को जाता है. इसके साथ-साथ सीएम हेमंत सोरेन के कुशल नेतृत्व और जनता के सहयोग से हमारा झारखंड न सिर्फ कोरोना के मारक, दूसरे वेव से बाहर निकलने में कामयाब रहा. बल्कि आज कोरोना का एक भी एक्टिव केस राज्य में नहीं है. यानी कोरोना के मामले में राज्य वर्ष 2020 के 31 मार्च से पहले वाली स्थिति में पहुंचा है.