रांची: कोतवाली इलाके में रहने वाले एक बड़े कारोबारी से 2 करोड़ रुपये की रंगदारी उग्रवादी संगठन पीएलएफआई के सुप्रीमो दिनेश गोप के कहने पर मांगी गई थी. इस मामले में रांची पुलिस ने कार्रवाई करते हुए दिनेश गोप के करीबी पीएलएफआई के हार्डकोर उग्रवादी अजीत कुमार सिंह को खूंटी से गिरफ्तार कर लिया है.
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2 करोड़ की मांगी थी रंगदारी
राजधानी में लगातार कारोबारियों को मिल रही धमकी को लेकर रांची पुलिस बेहद सतर्क हो गई है. पुलिस अब रंगदारी मांगने वाले उग्रवादियों और अपराधियों पर कार्रवाई करने लगी है. दो दिन पहले ही पुलिस ने गैंगस्टर सुजीत के एक खास गुर्गे को गिरफ्तार कर अरगोड़ा और पंडरा इलाके में मांगी गई रंगदारी कांडों का खुलासा किया था. मंगलवार को एक और सफलता हासिल करते हुए रांची पुलिस ने कोतवाली थाना क्षेत्र में रहने वाले कारोबारी जलान से रंगदारी मांगने वाले कुख्यात उग्रवादी को धर दबोचा है. गिरफ्तार उग्रवादी का नाम अजीत कुमार सिंह है और वह खूंटी जिले के जरियागढ़ थाना क्षेत्र के पिचकोरा गांव का रहने वाला है.
एसएसपी के स्पेशल टीम ने पकड़ा
मामला सामने आने के बाद रांची एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा ने एक स्पेशल टीम बनाई थी जिसमें एसएसपी की क्यूआरटी और कोतवाली थाना प्रभारी शैलेश कुमार शामिल थे. टेक्निकल टीम ने जब मामले की जांच शुरू की तब यह पहले ही दिन क्लियर हो गया की रंगदारी उग्रवादी संगठन पीएलएफआई के द्वारा ही मांगी गई थी. स्पेशल टीम ने जब मामले की तह तक जांच की तब यह मालूम चला कि जिस फोन से रंगदारी मांगी गई है उसका लोकेशन खूंटी जिले में है. टेक्निकल सेल की मदद से पुलिस ने खूंटी से अजीत को धर दबोचा. साथ ही जिस मोबाइल से उसने रंगदारी मांगी थी उसे भी बरामद कर लिया.
दिनेश गोप ने बना रखी है रंगदारी के लिए टीम
पूछताछ में अजीत ने बताया है कि पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप रंगदारी मांगने के लिए बकायदा 3 लोगों की एक टीम बना रखी है. यह टीम राजधानी और दूसरे शहरों में रेकी कर वैसे लोगों को चिन्हित करते हैं जिनके पास काफी पैसा है. उसके बाद दिनेश गोप के द्वारा लेटर पैड में रंगदारी मांगने संबंधित बातें लिखकर भेजी जाती है जिसे वर्चुअल माध्यम से टीम के लोग अलग-अलग कारोबारियों को भेज कर पैसे की डिमांड करते हैं.
धमकी भरा लेटर भेजा था
रांची के कोतवाली थाने में व्यवसायी के कर्मचारी मनीष कुमार ने प्राथमिकी दर्ज करवाई थी. मनीष कुमार के अनुसार वे रांची के बड़े कारोबारी जालान के यहां काम करते हैं. व्यवसाई काफी बिजी रहते हैं इसलिए उनके फोन को वही रिसीव करते हैं. इसी दौरान 18 सितंबर को मोबाइल फोन पर एक धमकी भरा मैसेज आया जो लेटर पैड के रूप में था. लेटर पैड पर किसी दिनेश गोप के नाम से धमकी दी गई थी उसमें यह कहा गया था कि 2 करोड़ रुपये आठ दिनों के भीतर संगठन के पास जमा करा दे अन्यथा अंजाम भुगतने को तैयार रहे.