रांचीःइंडियन नेशनल ट्रेड यूनियन कांग्रेस (इंटक) का राष्ट्रीय अधिवेशन 16 और 17 दिसंबर को रांची में आयोजित होगा. सोमवार को इस संदर्भ में प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए इंटक के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष सह पूर्व मंत्री केएन त्रिपाठी ने बताया कि 16 दिसंबर को राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक और 17 को अधिवेशन आयोजित किया जाएगा.
राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष सह पूर्व मंत्री के एन त्रिपाठी अधिवेशन में देशभर से डेलीगेट्स लेंगे भाग
इंटक के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष ने बताया कि अधिवेशन में देश से डेलीगेट भाग लेंगे. इस दौरान इंटक अपना राष्ट्रीय अध्यक्ष भी चुनेगी. मजदूरों के लिए सरकार की नीतियां क्या है और इंटक आने वाले दिनों में मजदूरों की सशक्त आवाज कैसे उठाएं, इसको लेकर रणनीति भी बनाई जाएगी. राष्ट्रीय कोलियरी मजदूर संघ समेत अन्य संगठनों से 10-10 डेलिगेट्स को इसमें भाग लेने की अनुमति दी गई है. इसके साथ ही कोल कंपनियों से 80 डेलिगेट्स, राष्ट्रीय कारखाना मजदूर संघ, राष्ट्रीय खान मजदूर संघ, झारखंड इंटक के प्रतिनिधिमंडल शामिल होंगे. वहीं दूसरे राज्य से लोग वर्चुअल रूप से अधिवेशन में जुड़ेंगे.
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कोविड गाइडलाइन का किया जा रहा पालन
झारखंड सरकार की 200 लोगों की संख्या के गाइडलाइन का पालन करते हुए यह आयोजन किया जा रहा है. साथ ही राष्ट्रीय नेताओं से भी आग्रह किया गया है कि वह वर्चुअली जुड़कर संबोधित करें. उन्होंने बताया कि कार्यकारिणी के 51 सदस्य इसमें शामिल होंगे, जिसमें जनरल सेक्रेटरी के के तिवारी, 7 उपाध्यक्ष, ट्रेजर और सारे कार्यकारिणी के सदस्य सम्मिलित रहेंगे.
गांधीजी की नीति के तहत देश आजाद हुआ
इंटक के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष ने कहा कि जिस तरीके से गांधीजी की नीति के तहत देश आजाद हुआ था. उसी नीतियों के तहत किसान आंदोलन कर रहे हैं. कड़ाके की ठंड में लाखों किसान सड़क पर रात गुजार रहे हैं. अभी तक कई किसानों की मौत इस ठंड की वजह से हो गई है. ऐसी दर्दनाक परिस्थितियों में इंटक किसानों के साथ खड़ा है. उन्होंने कहा कि किसानों के हित में क्या कुछ निर्णय लिया जाएगा. इस बैठक में यह भी तय किया जाएंगा.