रांचीः झारखंड विधानसभा सत्र में एक बार फिर पूर्व मंत्री और निर्दलीय विधायक सरयू राय और स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता आमने सामने नजर आए. गुरुवार को सदन में पूर्व मंत्री और विधायक सरयू राय ने सवाल उठाया कि राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने मुख्यमंत्री के अधिकार की अवहेलना कर बिना उनकी अनुशंसा के राज्य में बड़े पैमाने पर ट्रांसफर पोस्टिंग किया है. इसको लेकर बन्ना गुप्ता ने सरयू राय पर पलटवार किया है.
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सरयू राय ने कहा कि सिविल सर्जन और चिकित्सा पदाधिकारियों के साथ साथ 100 से अधिक अधिकारियों का तबादला बिना मुख्यमंत्री के अनुमोदन के किया गया है. सदन के अंदर उन्होंने कहा कि अगर मुख्यमंत्री को अनुमोदन के लिए संचिका भेजी गई है तो उसे मांगा जाए. इस पर स्पीकर रबींद्र नाथ महतो ने स्वास्थ्य विभाग को सिविल सर्जन और चिकित्सा पदाधिकारियों के तबादले से जुड़ी संचिका मुख्यमंत्री को भेजे जाने का निर्देश दिया.
विधायक सरयू राय ने कहा कि अराजकता का स्थिति है और मुख्यमंत्री के अधिकार का उपयोग मंत्री करेगा और मुख्यमंत्री चुपचाप देखते रहेंगे यह ठीक नहीं है. उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री का व्यवहार मंत्रिपरिषद के सामूहिक दायित्व का उल्लंघन है और सरकार में ऐसा नहीं होता है, अगर ऐसा होगा तो उससे भ्रष्टाचार ही बाहर निकलेगा. मीडियाकर्मियों से बात करते हुए सरयू राय ने कहा कि हमने कार्य मंत्रणा समिति की बैठक के समय भी मुख्यमंत्री से यह आग्रह किया है कि आप डॉक्टरों और सिविल सर्जन के तबादले की फाइल मंगवाएं. अगर आप ऐसा नहीं करते हैं तो यह समझा जाएगा की आपके गठबंधन के एक दल कांग्रेस के कोटे से बने मंत्री पर आपका कोई जोर नहीं चलता है और गलत कामों पर आपका कोई अंकुश नहीं है.
पूर्व मंत्री सरयू राय ने कहा कि अभी सदन एक सप्ताह और चलेगा. दो-तीन दिन के अंदर मुख्यमंत्री के पास अगर संचिका आ जाती है तब तो ठीक है नहीं तो मैं अल्टीमेटम दूंगा और यह मान लूंगा कि हर फैसले के लिए न्यायालय की ओर ही रुख करना होगा. उन्होंने कहा कि अगर संचिका नहीं भेजी जाती है तो इसका मतलब यह भी होगा की विधानसभा स्पीकर के नियमन का कोई मतलब नहीं है. उन्होंने कहा कि विधानसभा के अंदर विभाग के दिए हुए जवाब को उन्होंने चुनौती देते हुए कहा है कि स्वास्थ्य मंत्री गलत कर रहे हैं. सुबह-शाम डिसीजन बदल रहे हैं और बड़ी संख्या में बिना मुख्यमंत्री के अनुमोदन के तबादले कर रहे हैं जो नियमानुसार नहीं हैं.
सरयू राय के आरोपों में दम नहीं- बन्ना गुप्ताः वहीं राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने सदन के अंदर पूर्व मंत्री और निर्दलीय विधायक सरयू राय द्वारा उठाए गए मुद्दे को बेवजह का बताते हुए कहा कि उनके लगाए गए आरोपों में कोई दम नहीं है. मंत्री ने कहा कि जब वो खुद राज्य में खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री थे तो वही काम किया करते थे, जिसे आज वह गलत बता रहे हैं. मैं तो राज्य का स्वास्थ्य मंत्री हूं, मुझे जनहित में तत्काल फैसले लेने होते हैं, कोई अस्पताल डॉक्टर के बिना नहीं रहे जनता की सेवा पूरी सजगता के साथ हो, इसका ख्याल रखते हैं.