झारखंड

jharkhand

By

Published : Aug 1, 2023, 1:00 PM IST

ETV Bharat / state

लोबिन हेंब्रम ने अपनी ही सरकार को घेरा, कहा- गलत तरीके से लघु खनिज खनन के दिए जा रहे पट्टे, मंत्री बोले- नियम का हो रहा पालन

मानसून सत्र के तीसरे दिन सरकार अपने ही विधायकों के सवालों से घिरती नजर आई. लघु खनिज खनन पट्टे के मुद्दे को लेकर विधायक लोबिन हेंब्रम ने सवाल उठाए.

MLA Lobin Hembram
MLA Lobin Hembram

रांचीः मानसून सत्र के तीसरे दिन प्रश्नकाल के दौरान झामुमो विधायक लोबिन हेंब्रम ने लघु खनिज खनन पट्टे को लेकर अपनी ही सरकार को घेरा. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के 11 जुलाई 1997 के आदेश का हवाला देते हुए कहा कि अनुसूचित राज्यों को रेगुलेशन बनाते हुए खनिज पर मालिकाना हक जनजातियों और मूलवासियों को देना था. उस पर अब तक राज्य सरकार ने कोई कदम नहीं उठाया है. नियमों को दरकिनार कर अवैध तरीके से खनन पट्टे दिए जा रहे हैं.

ये भी पढ़ेंः मानसून सत्र का तीसरा दिनः सदन के बाहर बीजेपी विधायकों का प्रदर्शन, राज्य को सुखाड़ क्षेत्र घोषित करने की मांग

जवाब में प्रभारी मंत्री बादल पत्रलेख ने कहा कि झारखंड लघु खनिज समनुदान नियमावली 2004 के संशोधित नियम 13 के तहत लघु खनिज के खनन पट्टे की स्वीकृति के लिए अनुसूचित जनजाति सहयोग समिति को खनन पट्टा प्राप्त करने के लिए प्राथमिकता दिए जाने का प्रावधान है. साथ ही नियम 11 (क) के तहत अनुसूचित क्षेत्र में खनन पट्टे की स्वीकृति के पहले ग्रामसभा की स्वीकृति लेना भी अनिवार्य है.

इस पर पूरक प्रश्न के तहत लोबिन हेंब्रम ने कहा कि जब राज्य में पेसा (पंचायत एक्सटेंशन टू शेड्यूल एरिया) नियमावली बनी ही नहीं है तो फिर किस आधार पर ग्रामसभा की अनुमति ली जा रही है. इस पर हस्तक्षेप करते हुए संसदीय कार्य मंत्री आलमगीर आलम ने कहा कि लोबिन हेंब्रम भी अच्छी तरह जानते हैं कि रैयतों की जमीन लेने पर ग्रामसभा की स्वीकृति ली जाती है. उन्होंने कहा कि जिन खनिज खनन पट्टों की बात कर रहे हैं, वह पूर्व से चले आ रहे हैं, लोबिन हेंब्रम के क्षेत्र में भी ऐसा हुआ है.

बात बढ़ने पर प्रभारी मंत्री बादल पत्रलेख ने कहा कि पेसा नियमावली को लेकर गजट में प्रकाशित हुआ है. उसके लिए पब्लिक की सलाह और आपत्तियां मांगी गई है. उन्होंने कहा कि इस मामले को लेकर मुख्यमंत्री खुद गंभीर हैं. उनके सुझाव के अनुरूप रैयतों की भावनाओं का ख्याल रखते हुए पेसा नियमावली बन रही है. लेकिन लोबिन हेंब्रम इस बात पर अड़े रहे कि जब नियम ही नहीं बना है तो ग्रामसभा कैसे काम कर रही है. उन्होंने चुनौती देते हुए कहा कि सरकार को दिखाना चाहिए कि कहां कहां के लघु खनिज खनन पट्टों के लिए ग्रामसभा की अनुमति ली गई है. जवाब में प्रभारी मंत्री ने कहा कि वह इससे जुड़ी सूची माननीय को उपलब्ध करा देंगे.

ABOUT THE AUTHOR

...view details