नई दिल्लीः झारखंड विधानसभा चुनाव के तारीखों के ऐलान के बाद राजनीतिक पार्टियों की गतिविधियां तेज हो गई हैं. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जेएमएम के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन ने सोमवार को दिल्ली में झारखंड कांग्रेस के प्रभारी आरपीएन सिंह और झारखंड कांग्रेस के सह प्रभारी उमंग सिंघार के साथ बंद कमरे में बैठक की है. बैठक में सीट बंटवारे पर बातचीत हुई है, लेकिन अभी भी जेएमएम और कांग्रेस में सीट बंटवारे को लेकर गतिरोध बना हुआ है.
कुछ सीटों को लेकर फंस रहे पेंच
जानकारी के अनुसार घाटशिला, सिसई, विश्रामपुर, जगन्नाथपुर, पाकुड़ ऐसी विधानसभा सीटें हैं, जिन्हें जेएमएम कांग्रेस को नहीं देना चाहती है. इन सीटों को लेकर गतिरोध बना हुआ है. 2014 के झारखंड विधानसभा चुनाव में घाटशिला से झारखंड मुक्ति मोर्चा के रामदास सोरेन दूसरे नंबर पर थे और वरिष्ठ कांग्रेसी नेता प्रदीप बलमुचू की बेटी सिंड्रेला बलमुचू तीसरे नंबर पर थी. इस बार प्रदीप बलमुचू खुद यहां से चुनाव लड़ना चाहते हैं, लेकिन जेएमएम कांग्रेस को यह सीट देने को तैयार नहीं है.
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कांग्रेस के मनपसंद सीटों पर जेएमएम का दावा
पिछले विधानसभा चुनाव में सिसई से जेएमएम के जिगा सुसरन होरो दूसरे नंबर पर थे और कांग्रेस की गीता श्री उरांव तीसरे नंबर पर थी. यह सीट जेएमएम कांग्रेस को नहीं देना चाहती है. वहीं, विश्रामपुर की सीट ददई दुबे के लिए कांग्रेस चाहती है, लेकिन जेएमएम यह सीट देने को तैयार नहीं है. जगन्नाथपुर विधानसभा सीट से गीता कोड़ा विधायक थी. वह जय भारत समानता पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ी थी. अब वह कांग्रेस में आ चुकी हैं और कांग्रेस की सांसद भी हैं. उनके पति मधु कोड़ा इस सीट से अपने किसी मनपसंद उम्मीदवार को कांग्रेस से चुनाव लड़वाना चाहते हैं, लेकिन इस सीट पर भी जेएमएम की दावेदारी कर रही है.