रांची:राजधानी के नामकुम दुर्गा सोरेन चौक स्थित हाईटेंशन मैदान में महारैली का आयोजन किया गया. इस दौरान लोगों की काफी भीड़ थी. खिजरी विधानसभा क्षेत्र और इसके आसपास के लोग हाथों में झंडा लिए पद यात्रा करते हुए हाईटेंशन मैदान में पहुंचे. खिजरी विधानसभा के विधायक राजेश कच्छप आह्वान पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के कार पर हुए हमले और कृषि कानून के विरोध में महागठबंधन और सामाजिक संगठन ने जन आक्रोश महारैली का आयोजन किया गया.
मुख्यमंत्री के काफिले पर हमला जनता बर्दाश्त नहीं करेगी
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सह झारखंड के वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव ने कहा कि रांची जैसे बीच शहर में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के काफिले पर हमला हुआ है. यह झारखंड की जनता बर्दास्त नहीं करेगी. उन्होंने कहा कि इस षड़यंत्र का भंडाफोड़ होगा और सरकार दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी. मंत्री रामेश्वर उरांव ने चेतावनी देते हुए कहा कि जन आक्रोश महारैली से किसानों के देश में केंद्र ने तीन किसान विरोधी कानून बनाकर हठधर्मिता दिखाने का काम कर रही है. उन्होंने कहा कि आज पूरा देश के किसान आंदोलित है लेकिन सरकार किसान कानून वापस नहीं ले रही है. यह आंदोलन तब तक करेंगे जब तक कि सरकार इस काले कानून को वापस नहीं लेती है.
मंत्री रामेश्वर उरांव की सफाई
मंत्री रामेश्वर उरांव ने रैली को संबोधित करते हुए अपने पूर्व में दिए बयान पर सफाई भी दी. उन्होंने कहा कि वो बिहारियों का सम्मान करते है. वो खुद अपने-आपको बिहारी मानते हैं. उन्होंने कहा कि उनके पुरखे झारखंड की अस्मिता, यहां की संस्कृति की रक्षा करते आए हैं. उन्होंने कहा कि उनके पूर्वज कहा करते थे कोई कहीं से भी आए तो उसे दोना, मतलब कि खाना-पीना दो, लेकिन कोना मत दो, यानि जमीन मत दो.
देश के किसान कर रहे हैं प्रदर्शन
झारखंड के कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने कहा कि आज रांची के दुर्गा सोरेन चौक स्थित हाईटेंशन मैदान में किसानों का जनाक्रोश दिख रहा है, यह एक विशाल और ऐतिहासिक रैली है. मुख्यमंत्री के काफिले पर सुनियोजित साजिश के तहत हमला हुआ और लोग इससे आक्रोशित है. मंत्री बादल पत्रलेख ने केंद्र को चेतावनी देते हुए कहा कि थोपे गए कानून को वापस लें. पूरे देश के किसान प्रदर्शन कर रहे हैं और केंद्र की सरकार मदहोश बैठी हुई है. पीएम मोदी को अपनी हठधर्मिता छोड़कर जन भावना का आदर करना चाहिए, नहीं तो उन्हें किसानों की आह लगेगी.
निजीकरण की ओर धकेलने का काम
खिजरी विधानसभा के विधायक राजेश कच्छप ने कहा कि सीएम के काफिले पर गुंडातत्वों ने हमला किया है ये अशोभनीय है. आदिवासी के बेटे पर हुए हमले को झारखंड की जनता बर्दास्त नहीं करेगी. उन्होंने कहा कि आज देश के किसान 70 दिनों से आंदोलन कर रहे हैं और सरकार की नींद नहीं खुल रही है. यह दुर्भाग्य है कि देश को निजीकरण की ओर धकेलने का काम किया जा रहा है.
ये भी पढ़े-किसान आंदोलन के समर्थन में एकजुटता रैली, केंद्र सरकार से कानून वापस लेने की मांग
हमले का जवाब देगी जनता
खिजरी विधायक प्रतिनिधि रंजीत बड़ाइक ने कहा कि मुख्यमंत्री पर हुए हमले को झारखंडी जनता बर्दास्त नहीं करेगी, उसका जवाब देगी. उन्होंने कहा कि आज हाईटेंशन मैदान में यह लोगों का आक्रोश है कि एक झारखंड के बेटे पर हमला हुआ है.
महारैली में इनकी रही मौजूदगी
वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव, कृषि मंत्री बादल पत्रलेख, खिजरी विधायक राजेश कच्छप, कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष राजेश ठाकुर, प्रवक्ता राजीव रंजन, आलोक दुबे, डॉ. राजेश गुप्ता, झारखंड मुक्ति मोर्चा महिला केंद्रीय अध्यक्ष महुआ माजी समेत महागठबंधन के कई नेता शामिल हुए. इस जन आक्रोश रैली में शामिल होने वाले लोगों ने मैदान को खचाखच भर दिया. ट्रैक्टर जुलूस के साथ पूरे हाईटेंशन मैदान के आसपास में हजारों की संख्या में कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने कृषि कानून वापस लेने का नारा जमकर लगाया.