रांची: नए वर्ष के मौके पर लोग जश्न मनाते हैं और पुराने साल को खुशी के साथ विदा करते हैं. इस भागम-भाग भरी जिंदगी के दौर में अपनी थकान और बुरे पलो को भूलने के लिए कई लोग शराब सहारा लेते हैं. राजधानी रांची की बात करें तो 31 दिसंबर को करीब साढ़े 4 करोड रुपए की शराब की बिक्री हुई है. वहीं पूरे राज्य में 31 करोड़ रुपए के शराब की बिक्री हुई है. जबकि 1 जनवरी को शराब बिक्री का ब्योरा जारी नहीं किया गया है.
नए वर्ष के मौके पर शराब बिक्री को लेकर झारखंड शराब व्यापारी संघ के महासचिव सुबोध कुमार जायसवाल ने बताया कि इस वर्ष लोगों ने करीब 30 से 31 करोड़ रुपए के शराब की खरीदारी की है. उन्होंने बताया कि राजधानी रांची में 31 दिसंबर को 4 करोड़ 45 लख रुपए की शराब बिके हैं. वही पूरे राज्य की बात करें तो 31 करोड़ रुपये के शराब की बिक्री हुई है. इतने रुपए की बिक्री सिर्फ झारखंड में हुई है, जबकि पड़ोसी राज्यों से भी लोग शराब की खरीदारी कर झारखंड में उपयोग कर रहे हैं.
उन्होंने बताया कि वर्तमान में झारखंड में शराब काफी महंगे दाम में लोगों को मिल रहे हैं, जबकि पड़ोसी राज्य पश्चिम बंगाल में झारखंड की तुलना में शराब की कीमत काफी कम है. शराब व्यापारी संघ की तरफ से राज्य सरकार से यह मांग की गई कि राज्य सरकार झारखंड में भी शराब के दर को कम करे. नई वित्तीय वर्ष में पड़ोसी राज्यों की तरह यहां भी यदि शराब की कीमत में कमी आती है तो निश्चित रूप से आने वाले वर्षों में तीन हजार से 3500 करोड रुपए का व्यापार झारखंड में हो सकता है. जिससे हुए राजस्व का लाभ झारखंड की सरकार को आने वाले वक्त में होगा.
बता दें कि पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष शराब की बिक्री में वृद्धि देखने को मिली है. पिछले वर्ष 31 दिसंबर और एक जनवरी के दिन 45 करोड़ रुपए की शराब बिकी थी जबकि इस वर्ष 31 करोड रुपए की शराब सिर्फ 31 दिसंबर को बिकी है. वहीं 1 जनवरी का ब्योरा अभी जारी नहीं किया गया है. लेकिन उम्मीद जताई जा रही है कि 20 से 21 करोड़ रुपए की शराब 1 जनवरी को भी बिकेगी. आंकड़े को देखें तो 31 दिसंबर और 1 जनवरी को पूरे राज्य में लगभग 50 करोड रुपए के शराब की बिक्री का अनुमान शराब व्यापारी संघ ने जताया है.
ये भी पढ़ें-