रांचीः झारखंड विधानसभा का शीतकालीन सत्र शुक्रवार 15 दिसंबर से शुरू हो रहा है. विपक्ष के रूख से स्पष्ट लग रहा है कि सदन की कार्यवाही बेहद ही हंगामेदार होगी. इधर सदन को शांतिपूर्ण संचालित कराने के लिए गुरुवार 14 दिसंबर को झारखंड विधानसभा में बैठकों का दौर जारी रहा. दिन के 12 के करीब स्पीकर कक्ष में विधायक दल के नेताओं की बैठक हुई. यह पहला मौका था कि जब नेता प्रतिपक्ष इस बैठक में उपस्थित हुए. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की मौजूदगी में हुई इस बैठक में विधानसभाध्यक्ष रवींद्र नाथ महतो ने 15 से 22 दिसंबर तक होने वाले शीतकालीन सत्र को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष से सहयोग की अपील की और सदन की कार्यवाही शांतिपूर्ण ढंग से संचालित कराने के लिए सहयोग मांगा.
विपक्ष के सवालों का सरकार देगी माकूल जवाब- सीएमः शीतकालीन सत्र को लेकर हुई इस बैठक के बाद नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी को सम्मानपूर्वक विधानसभा में बने नेता प्रतिपक्ष के चेंबर तक लाया गया. इस मौके पर विधानसभा अध्यक्ष रवींद्र नाथ महतो, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और संसदीय कार्य मंत्री आलमगीर आलम ने नए नेता प्रतिपक्ष को बधाई दी. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सदन की कार्यवाही के दौरान विपक्ष के द्वारा आने वाले सवाल का माकूल जवाब देने के लिए सरकार के द्वारा की गई तैयारी की जानकारी देते हुए कहा कि सत्ता पक्ष पूरी तरह से तैयार है और जो भी सदन में सवाल आएंगे उसका जवाब दिया जाएगा.
नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी के बयान से साफ लगता है कि सदन की कार्यवाही बेहद ही हंगामेदार होगी. विपक्ष सरकार से भ्रष्टाचार और युवाओं को नौकरी देने में विफल रहने के मुद्दे पर जवाब मांगने की तैयारी की है. कांग्रेस सांसद धीरज साहू के आवास और कार्यालय से आयकर विभाग के छापेमारी के दौरान मिले भारी भरकम राशि का मुद्दा भी उठाने की तैयारी में है. नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी ने कहा है कि 4 साल के कामकाज से जनता इस तरह से उब चुकी है. वह इंतजार कर रहा है कि कब बैलेट पर मुहर लगाने का समय आएगा और झूठ-लूट की बुनियाद पर बनी इस सरकार को बाहर का रास्ता दिखाएं. बहरहाल 22 दिसंबर तक चलने वाले झारखंड विधानसभा के शीतकालीन सत्र के द्वारा सरकार के द्वारा अनुपूरक बजट के अलावा कई महत्वपूर्ण विधेयक को भी लाने की तैयारी की गई है.