रांची: JPSC PT 2021 Result ने प्रदेश की फिजा को गर्म कर दिया है. हाल ही में जारी JPSC PT Result 2021 में जैसे-जैसे दिन बीत रहे हैं, वैसे-वैसे नए आरोप लग रहे हैं. साथ ही क्षोभ से भरे JPSC अभ्यर्थी अपने गुस्से का इजहार करने सड़क पर उतर रहे हैं. छात्र-छात्राओं ने JPSC EXAM 2021 में व्यापक पैमाने पर गड़बड़ी के आरोप लगाए हैं. इनका कहना है कि परीक्षा में घोटाला हुआ है. अभ्यर्थियों का कहना है कि उत्क्रमित उच्च विद्यालय साहिबगंज, लोहरदगा में मनोहरलाल इंटर कॉलेज और लातेहार के एक केंद्र में लगातार सीरियल नंबर वाले अभ्यर्थी पास हुए हैं. वहीं कुछ अभ्यर्थियों का कहना है कि हमारे केंद्र पर परीक्षा में अनुपस्थित लड़के-लड़कियां भी पास हो गईं हैं. इसको लेकर शुक्रवार को JPSC गेट पर विद्यार्थियों ने प्रदर्शन किया.
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बता दें कि 7वीं से 10 वीं जेपीएससी सिविल सेवा पीटी परीक्षा 19 सितंबर को आयोजित की गई थी. इसका जेपीएससी पीटी 2021 रिजल्ट नवंबर में जारी हुआ, जिस पर तमाम अभ्यर्थी सवाल उठा रहे हैं. अभ्यर्थियों का आरोप परीक्षा में बड़ा घोटाला हुआ है, विभिन्न जिलों के करीब 300 अभ्यर्थी सीरियल से पास हुए हैं. इनमें से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के गृह जिले साहिबगंज के परीक्षा केंद्र उत्क्रमित उच्च विद्यालय के एक कमरे में 20 विद्यार्थी थे, जिनमें 3 गैरहाजिर थे और 17 पास हो गए हैं. आशंका जताई जा रही है कि इनमें से अधिकतर अभ्यर्थियों का संबंध मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के गृह जिले से ही है.
छात्र-छात्राओं में रोष
वहीं लोहरदगा के मनोहर लाल इंटर कॉलेज के साथ लातेहार के केंद्र में भी इसी तरह से सीरियल से अभ्यर्थियों के पास होने की खबर है. वहीं कुछ अभ्यर्थियों का कहना है कि उनके केंद्र के एक एक कक्ष में कुछ अभ्यर्थी गैरहाजिर थे, वे भी परीक्षा पास कर गए हैं. इन गड़बड़ियों ने जेपीएससी अभ्यर्थियों को गुस्से से भर दिया है और वे सड़क पर उतर आए हैं.
जेपीएससी गेट पर छात्र-छात्राओं का प्रदर्शन
शुक्रवार को जेपीएससी गेट पर छात्र-छात्राओं ने प्रदर्शन किया. नाराज युवाओं ने जेपीएससी पीटी रिजल्ट को रद्द करने की मांग की और जेपीएससी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. नाराज छात्र-छात्राओं ने साहिबगंज, लातेहार और लोहरदगा के तीन परीक्षा केन्द्रों पर लगातार क्रमांक के छात्रों के उत्तीर्ण होने पर सवाल खड़ा किया और जेपीएससी को भंग कर यूपीएससी से परीक्षा आयोजित कराने की मांग कर डाली.
यह पहला मौका नहीं है जब परीक्षा आयोजन में गड़बड़ी को लेकर झारखंड लोक सेवा आयोग यानी जेपीएससी विवादों (JPSC EXAM CONTROVERSY) में आया है. इससे पहले भी कई परीक्षाओं में अनियमितता के मामले सामने आए हैं और जांच सीबीआई से कराई जा रही है.
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15 नवंबर को बड़ा आंदोलन
जेपीएससी के खिलाफ विभिन्न छात्र संगठन 15 नवंबर को गोलबंद होकर आंदोलन करेंगे. जेपीएससी गेट पर आंदोलन कर रहे छात्र नेता सफी इमाम ने कहा है कि इस बार आर या पार होगा और जेपीएससी के खिलाफ छात्र बड़ा आंदोलन करेंगे.
मंगलवार से ही किया जा रहा प्रदर्शन
मंगलवार को रिजल्ट में गड़बड़ी को लेकर तमाम छात्र संगठनों ने व्हाट्सएप पर संदिग्ध रोल नंबर वायरल किए थे. ट्वीट करके परीक्षा की विश्वसनीयता पर सवाल उठाया और इसकी जांच कराने या फिर रद्द करने की मांग की थी. नाराज परीक्षार्थियों की ओर से रिजल्ट जारी होने के बाद से लगातार आंदोलन किया जा रहा है. मंगलवार को भी कई छात्रों ने प्रदर्शन किया था.
जानिए क्या है विवाद का वजह
झारखंड लोकसेवा आयोग की ओर से सातवीं (2017), आठवीं (2018), नौवीं (2019) और 10वीं (2020) की जेपीएससी प्रारंभिक परीक्षा 19 सितंबर 2021 को राज्य के 1102 केंद्रों पर आयोजित की गई थी. सोमवार यानी 1 नवंबर को जेपीएससी की ओर से रिजल्ट जारी किया गया. इसमें एक ही सीरिज के कुल 33 विद्यार्थियों का चयन हुआ है. छात्र संगठनों का कहना है कि सीरियल रोल नंबर से प्रतीत होता है कि एक ही केंद्र के सभी अभ्यर्थियों का चयन हो गया है.
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इन रोल नंबर वाले अभ्यर्थियों के चयन पर सवाल
छात्र-छात्राओं की ओर से पहली सूची के 52342865, 52342866, 52342867, 52342868, 52342869, 52342870, 52342871, 52342874, 52342876, 52342878, 52342879, 52342880, 52342881, 52342883, 52342884, 52342885, 52342886 और दूसरी सूची के 52236887, 52236888, 52236889, 52236890, 52236891, 52236892, 52236893, 52236894, 52236895, 52236896, 52236897, 52236898, 52236899, 52236900, 52236901, 52236902 इन छात्र-छात्राओं के चयन पर सवाल उठाए जा रहे हैं.