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12वें महाधिवेशन के पांच महीने बाद भी जेएमएम केंद्रीय समिति का नहीं हो सका गठन, जानें हेमंत सोरेन क्यों नहीं सुलझा पा रहे गुत्थी

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Published : May 27, 2022, 4:56 PM IST

Updated : May 27, 2022, 7:08 PM IST

12वें महाधिवेशन के पांच महीने बाद भी जेएमएम कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन केंद्रीय समिति के पदाधिकारियों की गुत्थी नहीं सुलझा पाए हैं. पढ़ें कहां फंसा है पेच, जेएमएम क्यों टाल रही रिक्त पदों पर नियुक्ति.

JMM Central Committee not formed after five months of 12th maha adhiveshan why Hemant Soren not able to solve mystery
12वें महाधिवेशन के पांच महीने बाद भी जेएमएम केंद्रीय समिति का नहीं हो सका गठन

रांचीः 18 दिसंबर 2021 को रांची के हरमू स्थित सोहराय भवन में झारखंड मुक्ति मोर्चा का 12वां महाधिवेशन हुआ था, इस महाधिवेशन में सर्वसम्मति से शिबू सोरेन को एक बार फिर पार्टी का केंद्रीय अध्यक्ष और हेमंत सोरेन को कार्यकारी अध्यक्ष चुना गया था, इसी महाधिवेशन में केंद्रीय कार्यकारिणी के पदाधिकारियों के नाम तय करने का अधिकार सर्वसम्मति से शिबू सोरेन और कार्यकारी अध्यक्ष हेमन्त सोरेन को सौंप दी गई थी. लेकिन पांच माह बाद भी केंद्रीय पदाधिकारियों का नाम तय नहीं हो सका.

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महाधिवेशन के 15 दिन बाद केंद्रीय समिति की हुई थी घोषणाः 18 दिसंबर 2021 को रांची में 12 वें महाधिवेशन के एक पखवाड़े बाद 02 जनवरी 2022 को पार्टी ने 246 सदस्यों वाली केंद्रीय समिति की घोषणा की थी. इसमें पहले निकली सूची में लोबिन हेम्ब्रम का नाम नहीं था फिर संशोधित सूची निकाली गई जिसमें उनका नाम भी केंद्रीय समिति सदस्य के रूप में शामिल था.

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झामुमो की केंद्रीय कार्यकारिणी के दावेदारः झारखंड मुक्ति मोर्चा पार्टी संविधान में 12वें महाधिवेशन में संशोधन के बाद केंद्रीय कार्यकारिणी की संख्या 75 से घटाकर 65 करने संबंधित पार्टी संविधान संशोधन को पास कराया गया था, इसके बाद उपाध्यक्ष, केंद्रीय महासचिव सहित कई पदों की संख्या भी कम की जानी है. लेकिन आखिर केंद्रीय कार्यकारिणी समिति से बाहर का रास्ता किन नेताओं को दिखाया जाए इस पर पेच फंसा है.

इसी उधेड़बुन में पांच महीने से ज्यादा बीत गए परंतु राज्य के सबसे बड़े राजनीतिक दल झारखंड मुक्ति मोर्चा का शीर्ष नेतृत्व यह तय नहीं कर पाया है कि किन-किन नेताओं को केंद्रीय कार्यकारिणी में जगह दी जाए और किसे बाहर का रास्ता दिखाया जाय. अनौपचारिक बातचीत में पार्टी के नेता स्वीकार करते हैं कि दल के सभी साथी क्रांतिकारी और आंदोलनकारी हैं. ऐसे में जब कार्यकारिणी का आकार छोटा करना है तो एक अंतर्द्वन्द्व की स्थिति तो है.

12वें महाधिवेशन के पांच महीने बाद भी जेएमएम केंद्रीय समिति का नहीं हो सका गठन


क्या कह रहे नेताःइधर केंद्रीय कार्यकारिणी के जल्द गठन का भरोसा दिलाते हुए JMM के निवर्तमान केंद्रीय महासचिव विनोद पांडेय कहते हैं कि जिस तरह के राजनीतिक हालात राज्य में हैं, उसकी वजह से थोड़ी परेशानी हो रही है. लेकिन पार्टी नेतृत्व जल्द केंद्रीय कार्यकारिणी का गठन करेगा. साथ ही आने वाले दिनों का प्रोग्राम तय कर लेगा. वहीं झामुमो के वरिष्ठ नेता सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि यह सही है कि कई वर्षों से झारखंड मुक्ति मोर्चा की केंद्रीय कार्यकारिणी का गठन नहीं हो पाया है, लेकिन इस वजह से पार्टी संगठन का कोई काम बाधित नहीं है.

12वें महाधिवेशन के पांच महीने बाद भी जेएमएम केंद्रीय समिति का नहीं हो सका गठन

अभी हाल ही में केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग को लेकर जिला संगठन के बल पर पूरे राज्य में धरना प्रदर्शन किया गया था. यह बतलाता है कि संगठन जन सरोकार के मुद्दे पर अपना काम कर रहा है. भले ही केंद्रीय कार्यकारिणी के पदाधिकारियों के नाम अभी घोषित न किए गए हों. सुप्रियो भट्टाचार्य ने भरोसा दिलाया कि जल्द ही केंद्रीय पदाधिकारियों के नाम की घोषणा कर दिया जाएगा.

Last Updated : May 27, 2022, 7:08 PM IST

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