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Jharkhand Politics: अमित शाह बताएं सांसद निशिकांत दुबे को किसने दिया ये अधिकार, झामुमो नेता सुप्रियो भट्टाचार्या ने पूछे सवाल - गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे

निशिकांत दुबे के बयान से झामुमो आहत है. मंगलवार (11 अप्रैल) को "हेमन्त हटाओ, झारखंड बचाओ" कार्यक्रम में गोड्डा सांसद ने लोकपाल व निर्वाचन आयोग पर बयान दिया था. झारखंड मुक्ति मोर्चा की नाराजगी उनके इसी बयान से है.

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झामुमो नेता सुप्रियो भट्टाचार्या

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Published : Apr 12, 2023, 8:21 PM IST

जानकारी देते झामुमो नेता सुप्रियो भट्टाचार्या

रांची: रांची में मंगलवार (11 अप्रैल) को "हेमन्त हटाओ, झारखंड बचाओ" कार्यक्रम में भाजपा सांसद निशिकांत दुबे के बयान से झामुमो में रोष है. बुधवार (12 अप्रैल) को पार्टी के वरिष्ठ नेता सुप्रियो भट्टाचार्या ने कहा बाबूलाल मरांडी और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश की उपस्थिति में निशिकांत दुबे ने जो बयान दिया है वह शर्मनाक है. कहा कि गृहमंत्री अमित शाह बताएं कि निशिकांत दुबे को यह अधिकार किसने दिया कि वह लोकपाल और निर्वाचन आयोग जैसी संस्थाओं को टैग कर ऐसे बयान दे रहे हैं.

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निशिकांत दुबे ने दिया था ये बयान: सुप्रियो भट्टाचार्या ने कहा कि गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे ने सचिवालय घेराव के दौरान कहा कि 13 अप्रैल को लोकपाल मामले की सुनवाई है. इस मामले में पूरा परिवार जेल जाएगा. साथ ही आरोप लगाया कि निशिकांत ने कहा कि चुनाव आयोग पर दवाब बनाकर 6 महीने पहले झारखंड में लोकसभा 2024 के चुनाव के साथ विधानसभा चुनाव करवा दूंगा. कहा कि लोकपाल और निर्वाचन आयोग के फैसले के बारे में इतना आश्वस्त कैसे हैं निशिकांत दुबे?

अमित शाह बताएं पत्थरबाज कौन:संवाददाता सम्मेलन में सुप्रियो भट्टाचार्या ने कहा कि राजनीतिक लड़ाई, नारे, पोस्टर बैनर से लड़ी जाती है. लेकिन जिस तरह से भाजपा के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने बोतल और पत्थर चलाया उससे यह पता चलता है कि वास्तविक पत्थरबाज कौन हैं. राजनीतिक कार्यक्रम के दौरान बीजेपी ने पत्थरबाजी की जिससे कई पत्रकार और पुलिसकर्मी घायल हो गए.

काले दिल वाले मना रहे काला दिवस:झामुमो नेता ने कहा कि लोकतंत्र को समाप्त करने पर भाजपा तुली है. बुधवार (12 अप्रैल) को काला दिवस मनाने का कोई हक नहीं है. कहा कि क्या गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे संविधान से ऊपर हैं? वह ऐसा कैसे कह सकते हैं कि चुनाव आयोग पर दवाब बनाकर एक साथ लोकसभा और विधानसभा चुनाव करवायेंगे.

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