रांचीः राजधानी रांची में दिवाली को लेकर अग्निशमन विभाग ने तैयारी पूरी कर ली है. शहर के 24 जगहों पर दमकल के वाहन लगाए गए हैं. दमकल वाहनों के अलावा विभाग ने अपने हाइड्रोलिक प्लेटफार्म को भी तैयार रखा है. दिवाली में पटाखों से आग लगने या किसी अप्रिय घटना को लेकर दमकल पूरी तरह से मुस्तैद (Jharkhand Fire department alert on Diwali) है.
दिवाली में अलर्ट पर अग्निशमन विभाग, शहर के 24 जगहों पर गाड़ियां तैनात - झारखंड न्यूज
रांची में दिवाली को लेकर अग्निशमन विभाग अलर्ट पर है. किसी भी स्थिति को लेकर दिवाली के मौके पर दमकल टीम 24 घंटे अलर्ट रहेंगे. इसके अलावा शहर के 24 स्थानों पर फायर फाइटर्स के साथ गाड़ियों की तैनाती की गयी है.
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शहर के 24 स्थानों पर हुई तैनातीः शहर के चार फायर स्टेशनों के अलावा कुल छह जगहों दमकल वाहन भेजे गए हैं, जो पूरी तरह तैयारी की स्थिति में खड़ी है. आग बुझाने के लिए फोम और अन्य संसाधनों का भी इंतजाम विभाग की ओर से किया गया है. इधर अग्निशमन अग्निशमन मुख्यालय की ओर से सभी फायर स्टेशनों को 24 घंटे तैयार रहने का निर्देश दिया गया (Fire department alert on Diwali in Ranchi) है.
चार फायर स्टेशनों के नंबर | |
डोरंडा फायर स्टेशन | 9304953404 |
पिस्का मोड़ फायर स्टेशन | 9304953405 |
आड्रे हाउस फायर स्टेशन | 9304953406 |
धुर्वा फायर स्टेशन | 9304953407 |
सावधानी के लिए गाइडलाइंस |
लाइसेंसी विश्वसनीय पटाखा दुकानों से ही खरीदारी करें |
बच्चे किसी वयस्क की निगरानी में ही पटाखे छोड़ें |
पटाखों के पैकेट पर अंकित सुरक्षा उपायों का सख्ती से पालन करें |
पटाखे जलाने के लिए मोमबत्ती या अगरबत्ती का ही प्रयोग करें |
पटाखे जलाने से पहले आंगन में एक बाल्टी पानी का जरूर रखें |
हवाई पटाखों में दिशा सुनिश्चित कर ही आग लगाएं |
आतिशबाजी के समय सिंथेटिक और लूज कपड़े ना पहनें, सूती कपड़े का प्रयोग करें |
तेज आवाज के पटाखों से बच्चों को दूर रखें |
किसी खाली स्थान पर ही आतिशबाजी करने का प्रयास करें |
आतिशबाजी के बाद उसके अवशेषों को जमीन के नीचे या पानी में डंप करें |
दिवाली में आतिशबाजी को लेकर क्या ना करें |
रात के 10 बजे से सुबह 6 बजे के बीच तेज आवाज वाले पटाखें ना जलायें |
पटाखों को हाथ में पकड़कर आग लगाने की भूल ना करें |
बिजली के तार, पेड़ या अन्य प्रकार के अवरोध के नीचे हवाई पटाखें ना जलाएं, यह जानलेवा हो सकता है |
आम रास्ता, खुली सड़क या घर के अंदर आतिशबाजी ना करें |
घनी आबादी या भीड़ वाले स्थान पर पटाखे ना जलाएं |
अधजले पटाखों को कभी-भी नजदीक से ना देखें और ना ही उसे दोबारा जलाने का प्रयास करें |
अवैध तौर पर बनाये गये पटाखें ना जलाएं |
बच्चों को कभी अकेले आतिशबाजी ना करने दें |