जानकारी देते डीजीपी अजय कुमार सिंह रांचीः कुख्यात गैंगस्टर अमन श्रीवास्तव की गिरफ्तारी से झारखंड के डीजीपी अजय कुमार सिंह गदगद हैं. डीजीपी के अनुसार श्रीवास्तव गिरोह झारखंड के टॉप 10 संगठित आपराधिक गिरोहों में से एक है और इसके मुखिया का पकड़ा जाना बड़ी सफलता है. अमन श्रीवास्तव को मुंबई के वासी रेलवे स्टेशन से महाराष्ट्र एटीएस की सहायता से गिरफ्तार किया गया है. जल्द ही उसे ट्रांजिट रिमांड पर लेकर झारखंड एटीएस की टीम रांची पहुंचेगी.
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बड़ी सफलता, गैंग पर लगेगा लगामः झारखंड के संगठित आपराधिक गिरोह के खिलाफ लगातार कार्रवाई कर रही एटीएस को साल की सबसे बड़ी सफलता हाथ लगी है. झारखंड एटीएस ने गैंगस्टर अमन श्रीवास्तव को गिरफ्तार कर लिया है. अमन श्रीवास्तव की गिरफ्तारी को लेकर झारखंड एटीएस पिछले 6 महीने से लगातार काम कर रही थी. इसके लिए अमन के गैंग पर एटीएस लगातार प्रहार कर रही थी, जिसमें सफलता मिली और आखिरकार एटीएस ने अमन श्रीवास्तव को शिकंजे में ले लिया.
झारखंड के डीजीपी अजय कुमार सिंह ने बताया कि पिछले 1 महीने से झारखंड एटीएस की टीम महाराष्ट्र में अमन को पकड़ने के लिए डेरा डाले हुई थी. आखिरकार सोमवार की शाम मुंबई के वासी रेलवे स्टेशन से अमन को गिरफ्तार कर लिया गया. अमन को रांची लाने के लिए झारखंड एटीएस की टीम जरूरी कानूनी प्रक्रियाओं को पूरा कर रही है. इस प्रक्रिया के पूरा होते ही उसे सुरक्षा के बीच रांची लाया जाएगा. जिसके बाद उससे पूछताछ कर उसके गैंग के दूसरे सदस्यों पर लगाम लगाया जाएगा.
मुंबई से हुई अमन की गिरफ्तारीः गैंगस्टर अमन श्रीवास्तव मुंबई से गिरफ्तार हुआ है. एटीएस की टीम को जानकारी मिली थी कि अमन श्रीवास्तव मुंबई और बेंगलुरु से अपने गैंग को चलाता है. इसके बाद एक रणनीति के तहत झारखंड एटीएस की दो टीम पिछले एक महीने से बेंगलुरु और मुंबई में डेरा जमाए हुए थी. इसी बीच अमन श्रीवास्तव के मुंबई में होने की पुख्ता जानकारी एटीएस को हासिल हुई. झारखंड एडीजी अभियान संजय आनंद लाटकर महाराष्ट्र एटीएस में बतौर डीआईजी के रूप में काम कर चुके हैं. ऐसे में उन्होंने तुरंत अमन की गिरफ्तारी के लिए महाराष्ट्र एटीएस के अधिकारियों से संपर्क किया. अमन को गिरफ्तार करने के लिए महाराष्ट्र और झारखंड एटीएस की संयुक्त टीम ने मुंबई के वासी रेलवे स्टेशन के पास जाल बिछाया और सोमवार की शाम उसकी पहचान होने पर उसे रेलवे स्टेशन पर ही दबोचा लिया.
23 से ज्यादा कांड दर्जः अपराधी अमन श्रीवास्तव झारखंड के कोयला बेल्ट वाले इलाकों में आतंक का पर्याय बना हुआ था. उस पर हत्या, रंगदारी के दो दर्जन से ज्यादा मामले रामगढ़, हजारीबाग, रांची और लातेहार जैसे जिलों में दर्ज है.
गैंगस्टर सुशील श्रीवास्तव का बेटा है अमनः अमन श्रीवास्तव कुख्यात सुशील श्रीवास्तव का बेटा है. 2010 में हजारीबाग कोर्ट में दिनदहाड़े सुशील श्रीवास्तव को एके 47 से भून दिया गया था. पिता की हत्या होने के बाद अमन श्रीवास्तव इस गैंग को अपने हाथों में लेकर उसे ऑपरेट करने लगा था.
रंगदारी के पैसे निवेश मामले में हुई थी कार्रवाईः हाल के दिनों में झारखंड एटीएस की टीम ने अमन श्रीवास्तव गैंग के खिलाफ कई बड़ी करवाई की है. रांची, चतरा, लातेहार, हजारीबाग, रामगढ़ से करोड़ों में रंगदारी लेने वाले अमन श्रीवास्तव रंगदारी के पैसों का हवाला के जरिए बाहर निवेश करता था. एटीएस ने इस मामले में अमन श्रीवास्वत, उसके छोटे भाई अभिक श्रीवास्तव, बहन मंजरी श्रीवास्तव, बहनोई चंद्रप्रकाश रानू, चचेरे भाई प्रिंस राज, करीबी इसलय लकड़ा, विनोद कुमार पांडेय, अजमद खान, जहीर अंसारी, महमूद उर्फ नेपाली, असलम, फिरोज खान, सिद्धार्थ कुमार साहू, पिंटू और सुनील के खिलाफ चार्जशीट भी दायर किया है.
फरवरी 2022 में एटीएस ने की थी कार्रवाईः पिछले साल फरवरी महीने में एटीएस ने अमन श्रीवास्तव के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई शुरू की थी. इस दौरान पुलिस ने बेंगलुरु से अमन श्रीवास्तव के भाई अभिक श्रीवास्तव और बहनोई चंद्रप्रकाश रानू को गिरफ्तार किया था. उनके पास से 32 लाख रुपये से अधिक नकद भी बरामद की गई थी. जिसमें पुलिस ने जांच में कई अन्य लोगों की भूमिक पायी और उन्हें गिरफ्तार किया था.