रांची/चाईबासा: झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकारी अध्यक्ष और राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने यह मान लिया कि भाजपा मजबूत पार्टी है. बीजेपी की मजबूती के आगे हेमंत सोरेन की कई योजनाएं फेल हो जाती हैं. वह अपनी योजनाएं बनाते तो हैं, लेकिन बीजेपी के लोग इतने दिमाग वाले हैं कि हेमंत सोरेन के दिमाग से बनाई गई योजना को फेल कर देते हैं. चाईबासा में सरकार आपके द्वार कार्यक्रम में लोगों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने यह बातें सार्वजनिक मंच से कही है.
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि मेरी इच्छा थी कि तीसरे और चौथी श्रेणी की नौकरी झारखंड के लोगों को ही मिले और इसके लिए हमने स्थानीय नीति की योजना बनाई थी. लेकिन बीजेपी के लोग गवर्नर हाउस में जाकर के गवर्नर के साथ काना फूसी करते हैं और उसे बदला देते हैं. सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि हमारे पढ़े लिखे लोगों के लिए नौकरियों का विज्ञापन तो आ रहा है लेकिन हमारे राज्य के षड्यंत्रकारी लोग इसे पूरा ही नहीं होने दे रहे हैं.
सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि यह लोग हमारे काम को रोक रहे हैं. नौकरियों को लेकर 1932 आधारित कानून लाने की हम तैयारी करते हैं, ये लोग कोर्ट कचहरी कर देते हैं. गवर्नर हाउस में जाकर के काना फूसी करके बिल को वापस कर देता है. हमारी सोच थी कि तीसरी और चौथी श्रेणी की जितना भी नौकरी हो यहां के आदिवासी मूलवासी को ही मिले. लेकिन ये लोग यह कानून ही नहीं बनने देते हैं. बात यहीं नहीं रुक रही है हम कानून बनाने जाते हैं तो ये दिमाग से इतने मजबूत हैं कि उसे रोक देते हैं. पैसा कौड़ी से तो मजबूत हैं ही, पढ़े-लिखे भी बहुत हैं. उनके पास विद्वान लोग हैं, बड़ा-बड़ा वकील है, जज है, इनके सभी लोग मिलकर के इस पर रोक लगा देते हैं.
सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि आदिवासियों में कितने बड़े वकील हैं. आदिवासियों में कितने बड़े जज हैं. उन्होंने कहा कि पहली बार हम लोगों ने एक आदिवासी महिला को जज के लिए रिकमेंड किया है. हम लोगों को बहुत ढूंढने के बाद एक महिला मिली है जिसे हम लोगों ने आगे बढ़ाया है. हेमंत सोरेन ने कहा कि आदिवासी समाज में आज तक बड़ा जज नहीं हुआ है.