रांची: राष्ट्रपति चुनाव में एनडीए के उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को समर्थन देने के मुद्दे पर झारखंड मुक्ति मोर्चा असमंजस की स्थिति में है. शनिवार दोपहर कांके रोड स्थित मुख्यमंत्री आवास पर हुई बैठक में जेएमएम के विधायक-सांसद इस मुद्दे पर एकमत नहीं हो पाये जिस वजह से पार्टी ने मतदान पूर्व एक बार फिर बैठक कर निर्णय लेने का फैसला किया है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और गुरुजी शिबू सोरेन की मौजूदगी में हुई इस बैठक में पार्टी के विधायक और सांसद मौजूद थे.
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असमंजस के पीछे क्या है राज:कई घंटों तक हुई इस बैठक में पार्टी विधायक और सांसदों ने अपनी अपनी राय रखी. कुछ विधायकों का मानना था कि यशवंत सिन्हा को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है. इससे विपक्षी एकता में खटास होगी तो कुछ विधायक का मानना था कि दलगत भावना से उठकर एनडीए प्रत्याशी द्रौपदी मुर्मू को समर्थन करना चाहिए. फिलहाल विधायक की अलग अलग राय के बाद केन्द्रीय अध्यक्ष को इस मुद्दे पर निर्णय लेने के लिए अधिकृत किया गया. इसके अलावा मतदान से पहले एक बार फिर पार्टी विधायक-सांसदों की बैठक करने का फैसला लिया गया. इसके अलावा बैठक में कुछ विधायक द्वारा मुख्यमंत्री को केन्द्रीय गृहमंत्री से मिलकर झारखंड की वर्तमान परिस्थिति से अवगत कराने की सलाह दी गई.
जेएमएम विधायक वैद्यनाथ राम ने मीडियाकर्मियों को जानकारी देते हुए कहा कि बैठक में लोगों ने खुलकर विचार रखे हैं और आगे मुख्यमंत्री इसपर निर्णय लेंगे. वहीं जेएमएम नेता सुप्रीयो भट्टाचार्य ने कहा कि पार्टी देशहित और राज्यहित में फैसला लेगी. फिलहाल बैठक में इस मुद्दे पर चर्चा हुई है. बैठक में मंत्री मिथिलेश ठाकुर, मंत्री चंपाई सोरेन, मंत्री जगरनाथ महतो, विधायक मथुरा महतो, विधायक वैद्यनाथ राम सहित कई मौजूद थे.