रांची: राजधानी में गैंगस्टर अमन साव के बड़कागांव थाने की हाजत से फरार होने के मामले में सीआईडी ने जांच शुरू कर दी है. सीआईडी ने इस मामले में बड़कागांव के तत्कालीन डीएसपी अनिल कुमार सिंह का बयान दर्ज किया है. सीआईडी के जांच पदाधिकारी ने बीते साल सितंबर महीने में हाजत से भागने के पहले वह उसके बाद के सारे घटनाक्रम की जानकारी तत्कालीन डीएसपी से ली है. बता दें कि रामगढ़ जेल से छूटने के बाद अमन साव को उरीमारी पुलिस ने विस्थापित नेता गहन टुडू के हत्या के मामले में गिरफ्तार किया था. इसके बाद अमन साव को बड़कागांव पुलिस को सौंप दिया गया था.
गैंगस्टर अमन साव के फरार होने के मामले में जांच शुरू, CID ने बड़कागांव के तत्कालीन डीएसपी का लिया बयान
बड़कागांव थाने की हाजत से राजधानी में गैंगस्टर अमन साव के मामले में जांच शुरू हो गई है. सीआईडी ने जांच शुरू कर दी है. वहीं, इस मामले में डीएसपी अनिल कुमार सिंह बयान दर्ज किया गया है.
अमन साव के फरार मामले में पुलिस अफसरों की भूमिका पर संदेह है. इस मामले में हजारीबाग के तत्कालीन एसपी ने तत्कालीन थानेदार मुकेश कुमार को निलंबित किया था. निलंबन के एक हफ्ते बाद ही मुकेश को निलंबनमुक्त भी कर दिया था. बाद में पुलिस अफसरों के द्वारा पैसे लेकर अमन साव को भगाने की बात सामने आने के बाद सीआइडी ने पूरे मामले को टेकओवर किया था. अमन साव के फरार के मामले में एक ऑडियो की भूमिका काफी अहम है. तत्कालीन थानेदार मुकेश कुमार के द्वारा कुछ वरीय अधिकारियों से बातचीत का ऑडियो रिकॉर्ड किया गया था. डीएसपी से हुई एक बातचीत में अहम जानकारियां हैं, इस ऑडियो को सीआईडी से शेयर भी किया गया है.
हाल ही में अमन साव को किया था गिरफ्तार
बता दें कि झारखंड के कुख्यात गैंगस्टर अमन साव को बिहार के कटिहार से गिरफ्तार कर किया गया था. उसे रांची पुलिस समेत अन्य जिलों की टीम ने कटिहार जाकर धर-दबोचा था. अमन के अलावा अन्य अपराधी भी पकड़े गए थे. गिरफ्तारी के दौरान अमन के पास से हथियार भी बरामद किए गए थे. गैंगस्टर अमन साव 2019 में हजारीबाग जिले के बड़कागांव थाने से फरार हुआ था. फरार होने के बाद वह बिहार के विभिन्न इलाकों में अपना ठिकाना बदल रहा था. अमन को गिफ्तार करने के लिए रांची पुलिस की एक विशेष टीम गठित की गई थी. जिसने कटिहार जाकर अमन को गिरफ्तार किया था. बता दें कि कुछ दिन पहले ही रांची पुलिस ने हथियार के साथ पांच अपराधियों को पकड़ा था. उन अपराधियों ने अमन साव के बारे में पुलिस को कई अहम जानकारी दी थी. उसी आधार पर पुलिस की एक टीम उसे पकड़ने में जुट गई थी.