रांची:राजधानी में चल रहे अवैध हथियार फैक्ट्री के खुलासे के बाद पुलिस अब वैसे अपराधियों की तलाश में भी जुट गई है, जिनके पास इन फैक्ट्री में बने हथियार की सप्लाई किए गए हैं. गिरफ्तार हथियार तस्करों से पूछताछ के आधार पर जिन्होंने इन फैक्ट्री से हथियार खरीदे थे, उसका रांची पुलिस ने एक लिस्ट तैयार कर लिया है. अब उस लिस्ट के आधार पर अपराधियों की तलाश में की जा रही है.
जोर शोर से चल रहा है हथियार बनाने का धंधा
रांची के ग्रामीण इलाकों में चोरी-छिपे चल रहे मिनी गन फैक्ट्रियों में अवैध हथियार बनाने का कारोबार तेजी से फल-फूल रहा है. हाल के दिनों में रांची पुलिस ने मांडर और चान्हो इलाके में चल रही मिनी अवैध हथियार फैक्ट्री का खुलासा करते हुए भारी मात्रा में अर्ध निर्मित और बने हुए हथियार बरामद किए थे. इन अवैध हथियार फैक्ट्रियों में बने हथियार अपराधियों के साथ-साथ छोटे उग्रवादी संगठनों के पास भी सप्लाई की जाती थी. रांची के रूरल एसपी नौशाद आलम ने बताया कि गिरफ्तार हथियार तस्करों से पूछताछ के आधार पर वैसे अपराधी और उग्रवादियों की लिस्ट तैयार की गई है, जिनको अवैध हथियार फैक्ट्री से हथियार की सप्लाई की गई थी. लिस्ट के आधार पर अभी तक इस मामले में कई गिरफ्तारियां हो चुकी है.
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एसेंबल कर बनाये जा रहे हथियार
अवैध हथियारों का निर्माण अब बिहार के मुंगेर तक ही सीमित नहीं रहा है. मुंगेर में बने हथियार झारखंड का एक बड़ा बाजार हुआ करता था, लेकिन अब पुलिस की दबिश से हथियार के सौदागरों ने कई छोटे-बड़े शहरों में अपना ठिकाना बना लिया है. अब हथियार तस्कर सीधे हथियार ना बनाकर उनके पार्ट्स का निर्माण कर रहे हैं और पार्ट्स को ही तस्करी के जरिए अपराधी और नक्सलियों तक पहुंचा रहे हैं. तस्करी के जरिए पहुंचे हथियार के पार्ट्स को हथियार तस्करों का एक एक्सपर्ट पूरे हथियार के रूप में तब्दील कर देता है. इसके लिए रांची में ही छोटे-छोटे कमरों में हथियार की फैक्ट्रियां चल रही हैं.
मिनी गन फैक्ट्री के लिए बड़े प्लांट की नहीं है जरूरत
अवैध हथियार फैक्ट्री चलाने के लिए किसी बड़े प्लांट की जरूरत नहीं है, बल्कि एक लेथ मशीन लगाकर आर्म्स डीलर कट्टा की बैरल, पिस्टल की बैरल और स्प्रिंग तैयार कर ले रहे हैं. इसके अलावा जो इंटरनल और कीमती पार्ट हैं, उन्हें अलग से मुंगेर और उत्तर प्रदेश से मंगवाया जा रहा है. अलग पार्ट्स लाकर असेंबल कर लेना आर्म्स तस्करों के लिए आसान खेल बन गया है. रांची के आर्म्स सप्लायर अब खुद ट्रेंड होकर देसी पिस्टल, देसी कट्टा, सिक्सर और कार्बाइन जैसे हथियार तैयार कर ले रहे हैं.
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