रांचीः मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से लद्दाख और नॉर्थ ईस्ट इलाकों में फंसे प्रवासी मजदूरों को वहां से एयरलिफ्ट कराने की इजाजत मांगी है. इस बाबत उन्होंने गृह मंत्री अमित शाह को एक पत्र भी भेजा है.
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कठिन भौगोलिक स्थिति के कारण बस और ट्रेन से लाना मुश्किल
हेमंत सोरेन ने कहा कि चूंकि उन इलाकों की भौगोलिक बनावट कठिन है. वहां बस या ट्रेन का इस्तेमाल कर लोगों को वापस नहीं लाया जा सकता है. इसलिए उन्हें एयरलिफ्ट करना उचित तरीका प्रतीत होता है. उन्होंने कहा कि मौजूदा परिस्थितियों में चार्टर्ड फ्लाइट प्रतिबंधित है, ऐसे में राज्य सरकार लेह और लद्दाख में चार्टर्ड फ्लाइट ले जाने के लिए इजाजत चाहती है. इससे वहां फंसे झारखंड के प्रवासी मजदूरों को उनके घरों तक वापस लाया जा सके.
12 मई को भी लिखा था पत्र
सीएम ने कहा कि इससे पहले 12 मई को भी ऐसी एक विनती गृह मंत्रालय को भेजी गई थी. जिसमें अंडमान और निकोबार दीप समूह में चार्टर्ड फ्लाइट ले जाने की इजाजत मांगी गई थी. अभी तक उस पर भी कोई जवाब नहीं मिला है. उस इजाजत पर भी केंद्र सरकार को ध्यान देना चाहिए. सोरेन ने लिखा कि उनकी दरख्वास्त पर प्रधानमंत्री ने प्रवासी मजदूरों के अंतरराज्य मूवमेंट की इजाजत दे दी है ताकि वह झारखंड लौट सकें. अब तक झारखंड अपने मजदूरों, छात्रों समेत लगभग डेढ़ लाख लोगों को वापस लाने में सफल हुआ है.