रांची: 1 दिसंबर को पूरी दुनिया में विश्व एड्स दिवस मनाया जाता है. इस दिन एड्स के बारे में लोगों को जागरूक किया जाता है. इसी के मद्देनजर झारखंड सरकार के द्वारा भी रांची के श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय परिसर में विश्व एड्स दिवस मनाया गया.
इस कार्यक्रम के माध्यम से एड्स पर काम करने वाले लोगों को सम्मानित किया गया. इसके अलावा कार्यक्रम में पहुंचे गणमान्य लोगों ने इस बीमारी से बचाव के उपाय बताए. श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय के कुलपति तपन सांडिल ने कहा कि वर्ष 1986 में पहली बार इस बीमारी को भारत में डिटेक्ट किया गया था. इसके बाद 90 के दशक में इस बीमारी का प्रकोप बढ़ता गया. लेकिन केंद्र और झारखंड सरकार के प्रयास से आज के दौर में इस बीमारी पर नियंत्रण किया जा रहा है, जो आने वाले दिनों में हमारे अगली पीढ़ी को सुरक्षित रखेगा.
इस कार्यक्रम में पहुंचे स्वास्थ्य विभाग के सचिव अरुण कुमार सिंह ने कहा कि झारखंड में फिलहाल 15 हजार 326 मरीज हैं. जिनका इलाज एआरटी सेंटर के माध्यम से लगातार किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि आने वाले दिनों में एड्स के मरीज को ज्यादा से ज्यादा सरकारी योजनाओं से जोड़ने का प्रयास किया जाएगा. वर्तमान में मुफ्त राशन और पेंशन योजना से एड्स के मरीजों को जोड़ा गया है.
स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि जितने भी मरीज चिन्हित किए गए हैं, उन्हें राज्य सरकार के द्वारा हरसंभव मदद पहुंचायी जाए, उसको सुनिश्चित करने का निर्देश अधिकारियों को दिया गया है. वर्ष 2023-24 में करीब छह लाख पचास हजार लोगों की एचआईवी जांच करायी गयी. जिसमें करीब 975 लोग एचआईवी से संक्रमित पाए गए. इस कार्यक्रम में आए सभी गणमान्य लोगों ने यह अपील की है कि एड्स के प्रति लोगों को ज्यादा से ज्यादा जागरूक किया जाए ताकि आने वाले दिनों में झारखंड सहित पूरे देश से एड्स बीमारी को जड़ से मिटाया जा सके.