रांची: 3 दिसंबर को भारत के पहले राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद की जयंती है. देश के प्रथम राष्ट्रपति देशरत्न डॉ राजेंद्र प्रसाद की 138वीं जयंती देशभर में मनाई जा रही है. राजेंद्र बाबू विद्वता, सादगी और ईमानदारी के मिशाल थे. उनके जन्म जयंती पर आज पूरा देश उनको नमन कर रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद को श्रद्धांजलि अर्पित की और उनकी सराहना एक ऐसे महान नेता के रूप में की, जो साहस एवं विद्वतापूर्ण उत्साह के प्रतीक थे. इसके अलावा देश भर के तमाम आला नेताओं ने उन्हें याद किया.
डॉ राजेंद्र प्रसाद की जयंती, राज्यपाल ने अर्पित किए श्रद्धा सुमन
भारत के प्रथम राष्ट्रपति देशरत्न डॉ राजेंद्र प्रसाद की जयंती (Birth anniversary of Dr Rajendra Prasad) पर पूरा देश उन्हें याद कर रहा है. रांची में झारखंड के राज्यपाल रमेश बैस ने राजभवन में उनके चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किए (Governor Ramesh Bais paid tribute Dr Rajendra Prasad).
राज्यपाल रमेश बैस ने देश के प्रथम राष्ट्रपति देशरत्न डॉ राजेंद्र प्रसाद की जयंती (Birth anniversary of Dr Rajendra Prasad) के अवसर पर राज भवन में उनके चित्र पर माल्यार्पण कर उनके प्रति अपनी श्रद्धा सुमन अर्पित की (Governor Ramesh Bais paid tribute Dr Rajendra Prasad). इसके बाद राज्यपाल ने राजधानी रांची के राजेंद्र चौक पर जाकर श्रद्धा सुमन अर्पित किया है.
देश के प्रथम राष्ट्रपति देशरत्न डॉ राजेंद्र प्रसाद का जन्म 3 दिसंबर 1884 को बिहार के सीवान जिला के जीरादेई गांव में हुआ था. राजेंद्र प्रसाद के पिता का नाम महादेव सहाय था और वो फारसी और संस्कृत के विद्वान थे. उनकी माता का नाम कमलेश्वरी देवी था और धार्मिक महिला थीं. वर्ष 1884 में बिहार में जन्मे प्रसाद एक प्रमुख स्वतंत्रता सेनानी और महात्मा गांधी के करीबी सहयोगी थे. वह एकमात्र ऐसे राष्ट्रपति थे, जिन्होंने दो पूर्ण कार्यकाल की सेवा दी. इसके अलावा संविधान के निर्माण में भी उनका अहम योगदान रहा है. 28 फरवरी 1963 को उनका निधन हुआ था.